'झुलसा' से आलू झुलसा, मिलेगा मुआवजा
झुलसा से फसल बर्बाद हुई तो मिलेगा क्लेम झुलसा रोग आलू में तेजी से फैल रहा है। इससे फसल बर्बाद होती जा रही है। ऐसे में बीमित किसान बीमा कंपनी को सूचना दे सकते हैं। एक ग्राम पंचायत में 50 फीसद तक फसल में झुलसा लगने पर सर्वे कराया जाएगा और व्यक्तिगत नुकसान मानकर 25 फीसद तक क्लेम मिलेगा। करीब 30619 किसानों का बीमा पोर्टल पर अपलोड हो चुका है। इनपुट क्या है फसल नुकसान के नियम कैसे मिलेगा लाभ। (300-5)झुलसा से फसल बर्बाद हुई तो मिलेगा क्लेम झुलसा रोग आलू में तेजी से फैल रहा है। इससे फसल बर्बाद होती जा रही है। ऐसे में बीमित किसान बीमा कंपनी को सूचना दे सकते हैं। एक ग्राम पंचायत में 50 फीसद तक
जागरण संवाददाता, कन्नौज :
खराब मौसम से आलू में तेजी से झुलसा रोग फैल रहा है। फसल बर्बाद होने लगी है। किसानों की शिकायत पर बीमा कंपनी सक्रिय हो गई है। राजस्व व कृषि विभाग के साथ क्षेत्रों में सर्वे शुरू कर दिया है। आलू में झुलसा या किसी अन्य रोग से ग्राम पंचायत में 50 फीसद तक फसल बर्बाद की पुष्टि हुई तो तत्काल सहायता के तौर पर 15 दिन में 25 फीसद धनराशि किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। फिर फिर क्रॉप कटिग के करने पर शेष धनराशि मिलेगी।
दिसंबर आखिरी तक गैर ऋणी व किसान क्रेडिट कार्ड के तहत 30,619 किसानों की आलू, गेहूं, सरसों-लाही फसल का बीमा कर भारत सरकार की वेबसाइट में फीड किया गया है। व्यक्तिगत या फिर दैवीय आपदा से आलू, गेहूं, सरसों-लाही में नुकसान होने पर कंपनी क्लेम देगी।
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जानकारी का अभाव, 72 घंटे में दें सूचना
किसान रबी व खरीफ फसल का बीमा हर वर्ष कराते हैं, लेकिन उन्हें जानकारी का अभाव रहता। इस कारण फसल बर्बाद होने पर किसान शिकायत नहीं करते हैं। ऐसे में बीमा कंपनी को फायदा होता है। इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी के जिला प्रबंधक निखिल चतुर्वेदी का कहना है कि किसान 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर, प्रतिनिधि और संबंधित विभाग में शिकायत जरूर दर्ज कराएं। यहां करें शिकायत
-उप निदेशक कृषि कार्यालय
-जिला कृषि अधिकारी
-संबंधित बैंक शाखाएं
-फसल बीमा कंपनी इन नंबरों पर करें कॉल
-टोल फ्री 1800 103 5499
-मोबाइल : 9936614696
-फोन : 05694 235111 किसानों की फसलों का बीमा कर लिया गया है। 15 जनवरी तक भारत सरकार के पोर्टल पर डाटा फीड करना है। व्यक्तिगत या फिर आपदा पर नियमानुसार क्लेम किसानों को मिलेगा।
-राममिलन परिहार, जिला कृषि अधिकारी।