निजी बसों ने थामी रोडवेज की रफ्तार
जागरण संवाददाता, कन्नौज : परिवहन मंत्री के आदेश यहां कुछ दिनों में दरकिनार हो गए। नतीजन
जागरण संवाददाता, कन्नौज : परिवहन मंत्री के आदेश यहां कुछ दिनों में दरकिनार हो गए। नतीजन जिले में डग्गामारी फिर शुरू हो गई। अभियान तो चला लेकिन साथ में कमाई के तरीके भी बदल गए। अब अंदर के बजाय जिले की सीमाओं से निजी बसें चलने लगीं हैं। छिबरामऊ से मैनपुरी, आगरा, अलीगढ़, हाथरस और फर्रुखाबाद तक बिना परमिट बसें दौड़ने लगी हैं। जो नगर के बाइपास पर बने अवैध अड्डे से फर्राटा भरतीं हैं। तालग्राम, सौरिख, एरवाकटरा, तिर्वा, ठठिया से लग्जरी बसें छिबरामऊ होकर दिल्ली और जयपुर को आती-जाती हैं। जो कन्नौज और छिबरामऊ डिपो की बसों के आगे चलकर रफ्तार थामे हुए हैं। दोनों डिपो को हर महीने करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। टूरिस्ट परमिट से करते डग्गामारी
रोडवेज की तर्ज पर निजी बसें बिना परमिट जीटी रोड और एक्सप्रेस-वे समेत अन्य राष्ट्रीयकृत मार्गों पर दौड़ रही हैं। राष्ट्रीयकृत मार्गों पर चलने के लिए स्टेट कैरिज परमिट की आवश्कता होती है। लेकिन किसी के पास स्टेट कैरिज परमिट नहीं है। इन बसों के परमिट हैं तो वह टूरिस्ट और शादी-पार्टी के हैं। जिनसे डग्गामारी करते हैं। बस स्टैंड से हरदोई मोड़ तक बिना परमिट
कन्नौज से हरदोई निजी बसों से रोडवेज को नुकसान पहुंचा रही हैं। दोनों जिलों के बीच चलने के परमिट तो हैं लेकिन हरदोई मोड़ तक ही हैं। इसके बाद भी हरदोई मोड़ से सरायमीरा बस स्टैंड तक बसें आती-जाती हैं। जीटी रोड राष्ट्रीयकृत मार्ग है। इसलिए आगे का परमिट नहीं हैं। इसी रूट से रात में लग्जरी बसें भी रोडवेज से आधे किराए पर दिल्ली और जयपुर तक चलती हैं। जिले में डग्गामार सेवा शुरू हो गई है। निजी बसों के पास परमिट नहीं हैं। फिर भी राष्ट्रीयकृत मार्गों पर सवारियां भरते हैं। इससे दोनों डिपो को हर महीने 20 लाख रुपये का नुकसान होता है।
-राजेश कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, कन्नौज डिपो -जिले में डग्गामार सेवा बंद हैं। हरदोई से सरायमीरा बस स्टैंड तक परमिट हैं। लेकिन रूट अलग है। जीटी रोड से गुजरती जरूर हैं लेकिन डग्गामारी नहीं करती हैं।
-आरबी दोहरे, यात्री कर अधिकारी।