गर्भवती की महिला अस्पताल में मौत
संवाद सहयोगी छिबरामऊ प्रसव के लिए महिला अस्पताल लाई गई गर्भवती ने उपचार के दौरान दम तोड़
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: प्रसव के लिए महिला अस्पताल लाई गई गर्भवती ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। चिकित्सक खून की कमी होने की बात कह रहे हैं। वहीं, स्वजन गलत इंजेक्शन लगाने व उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं।
कोतवाली छिबरामऊ के गांव खुबरियापुर निवासी नन्हे की शादी जिला औरैया के गांव सहार मदारपुर निवासी 30 वर्षीय नीलम के साथ हुई थी। नीलम के पांच वर्ष का पुत्र जितिन है। इन दिनों वह गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर आशा की मदद से स्वजन गुरुवार दोपहर बाद राजकीय महिला अस्पताल लेकर आए। वहां उपचार के दौरान हालत बिगड़ गई। चिकित्सक ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस बीच गर्भवती की मौत हो गई। जानकारी होने पर स्वजन में चीखपुकार मच गई। स्वजन ने गलत इंजेक्शन लगाने व उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए परिसर में हंगामा किया। मामले की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने स्वजन को समझा कर शांत कराया। नीलम के साथ आई राजेंद्र जी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने खून की जांच कराई। कुछ देर बाद जब वह मिलने गई तो घबराहट होने की शिकायत की। पूछने पर इंजेक्शन के बाद दिक्कत बढ़ने की बात कही। इसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वहीं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. राहुल मिश्रा ने बताया कि स्वजन पहले किसी निजी चिकित्सक के यहां उपचार कराते रहे। गंभीर हालत में उसे महिला चिकित्सालय लेकर आए। उस समय कराई गई जांच में खून की अधिक कमी पाई गई। ऐसे में तत्काल रेफर कर दिया गया। स्वजन निजी गाड़ी से ले जाने की बात कहते रहे। कर्मियों ने एंबुलेंस बुलाने के लिए कहा। इसके लिए वह तैयार नहीं हुए। इस बीच गर्भवती की मौत हो गई। गलत इंजेक्शन लगाए जाने व लापरवाही बरतने का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।