खेत में बारिश से सड़ा आलू, कोल्ड में मची मारामारी
- बीज के लिए आलू की दोगुनी हो गई कीमत - किसानों ने कीमत बढ़ने की उम्मीद में रोक दी बिक्र
- बीज के लिए आलू की दोगुनी हो गई कीमत
- किसानों ने कीमत बढ़ने की उम्मीद में रोक दी बिक्री
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: कच्ची फसल के लिए रखा गया आलू का बीज खेतों में जलभराव होने से सड़ गया है। इसको लेकर अब किसान दोबारा से बीज की तलाश में जुट गए हैं। कोल्ड स्टोरेज में इस समय बीज के लिए मारामारी मची हुई है। एकाएक कीमतें दोगुनी हो गई हैं।
कोल्ड में रखा आलू इस बार बेहद सस्ता बिक रहा था। ऐसे में किसान कच्ची फसल में भी लाभ न मिलने की बात कह कर बेमन से आलू की फसल कर रहे थे। दो दिन की बारिश में खेत जलमग्न हो गए। खेतों में रखा बीज सड़ गया। अब किसान नए सिरे से बीज की तलाश कर रहे हैं। प्रतिदिन कोल्ड से तीन हजार से चार हजार पैकेट आलू निकाला जा रहा है। एकाएक खरीद बढ़ी तो कीमतें भी बढ़ गईं। आलू की सभी किस्म की कीमत दोगुनी हो गई है। किसान को कीमत बढ़ने की और भी उम्मीद है। ऐसे में कई किसानों ने बिक्री रोक दी है।
---
बारिश के बाद आलू बीज की कीमत प्रति पैकेट
न्यू हालैंड - 825
कंचन - 700
एसवन सुपर - 600
ख्याति - 550
जी4 - 800
लाल गुलाल - 700
लाकर - 700
पुष्कर - 550
पुखराज - 550
3797 - 600
--
बारिश के पहले आलू बीज की कीमत प्रति पैकेट
न्यू हालैंड - 400 से 450
कंचन - 300 से 350
एसवन सुपर - 250 से 300
ख्याति - 200 से 250
जी4 - 350 से 400
लाल गुलाल - 300 से 350
लाकर - 300 से 350
पुष्कर - 200 से 250
पुखराज - 250 से 280
3797 - 250 से 300 ------------ 25 बीघा में आलू की फसल की थी। बारिश में 60 फीसद ही खराब हो गया। पांच-छह बीघा के लिए नया बीज खरीदने आए हैं। पहले की अपेक्षा अधिक रुपये देने पड़ेंगे।
- किसान उपेंद्र सिंह, नगला प्रान बलुई मिट्टी होने की वजह से बारिश से अधिक नुकसान होने से बच गया। पांच बीघा में आलू की फसल और करनी है। इसके लिए बीज खरीदने आए हैं। अब अधिक कीमत देनी पड़ रही है।
- किसान सत्यदेव, पृथ्वीपुर 15 बीघा में आलू की फसल की थी। बारिश होने से पानी भर गया और बीज सड़ गया है। दोबारा से बीज खरीदना पड़ रहा है। दोगुनी कीमत देनी पड़ रही है।
- किसान हरिनाथ, करनौली छह बीघा में आलू की फसल की थी। बारिश की वजह से खेत में ही बीज खराब हो गया। दोबारा बीज खरीदने आए हैं। इसके बाद फसल तैयार करेंगे। पहले का खाद व बीज बर्बाद हो गया।
- किसान रामनिवास, सलेमपुर