अब टीबी के रोगियों को गोद लेंगे आम नागरिक
जागरण संवाददाता कन्नौज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल का असर इत्रनगरी में अब दिखाई देगा।
जागरण संवाददाता, कन्नौज : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल का असर इत्रनगरी में अब दिखाई देगा। टीबी से ग्रसित बच्चों को अब जिले के आम नागरिक भी गोद लेकर उनके जीवन स्तर में सुधार कर सकेंगे। इसके लिए बच्चों और समाजसेवियों की सूची तैयार कर डीएम के पास भेज दी गई है। जल्द ही गोद लेने की कार्रवाई पूरी की जाएगी।
पिछले माह जिले के भ्रमण पर आईं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले को टीबी से मुक्त करने के लिए सभी समाजसेवियों, उद्योगपतियों, कारोबारियों समेत सक्षम लोगों से टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा। राज्यपाल की अपील का यह असर हुआ कि राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार ने पांच बच्चों को गोद ले लिया तो शहर के एक अगरबत्ती व धूपबत्ती कारोबारी राहुल राठौर ने भी दो बच्चों को गोद लिया है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. जेजे राम ने बताया कि जिले में सभी निजी डिग्री कॉलेजों के प्रबंधक, इत्र कारोबारी, कोल्ड स्टोर मालिक, होटल मालिक, पेट्रोल पंप मालिक, ईंट भट्ठा स्वामी, बड़े व्यापारी की सूची बनाकर डीएम के पास भेज दी गई है। अब डीएम इन लोगों को पत्र भेजकर जानकारी देंगे। इसके बाद टीबी ग्रसित बच्चों को गोद में लेने की कार्रवाई की जाएगी।
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पहले भी गोद लिए गए थे 60 बच्चे
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि पहले केवल सरकारी विभागों के अधिकारियों द्वारा ही टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लेने का प्रविधान था, तब 60 अधिकारियों व कर्मचारियों ने बच्चों को गोद लिया था, जिसमें 52 ठीक हो चुके हैं, जबकि आठ मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है। इसके बाद 44 बच्चों को गोद लिया गया था, जिनका इलाज चल रहा है।
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गोद लेने को चिह्नित बच्चे
0-18 वर्ष - 104
19-25 वर्ष - 226
कुल बच्चे - 330
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राज्यपाल की यह अनूठी पहल है, जिससे निश्चित ही टीबी रोगियों की मानसिक स्थिति तथा जीवन यापन में सुधार होगा। सूची बनाकर डीएम के पास भेज दी गई है, जल्द की गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-डॉ. कृष्ण स्वरूप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी