राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने बीएसए को किया दिल्ली तलब
जागरण संवाददाता कन्नौज बेसिक शिक्षा विभाग में 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण के मानकों म
जागरण संवाददाता, कन्नौज: बेसिक शिक्षा विभाग में 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण के मानकों में हेराफेरी का आरोप लगाकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में शिकायत की गई थी, जिसमें आयोग ने डीएम को तलब किया था। वहीं, जवाब दाखिल करने के लिए डीएम ने बीएसए को दिल्ली भेजा है।
69 हजार शिक्षक भर्ती में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने जनपदीय चयन समिति से शिकायत का जवाब मांगा है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जनपदीय चयन समिति का गठन जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने किया है, जिसमें डायट प्राचार्य एवं उप शिक्षा निदेशक ओपी सिंह को अध्यक्ष, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी केके ओझा को सदस्य सचिव, रमाबाई राजकीय बालिका इंटर कॉलेज छिबरामऊ के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा व राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरैयां बुजुर्ग की प्रधानाध्यापक पूनम कुमारी को सदस्य नियुक्त किया है। आयोग ने पत्र डीएम के पास भेजा, जिस पर डीएम ने चयन समिति के सदस्य सचिव बीएसए को दिल्ली भेज दिया है। इससे पहले सितंबर माह में पहले चरण की भर्ती के बाद आयोग ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, विशेष सचिव तथा परीक्षा नियामक प्राधिकरण प्रयागराज के सचिव को भी तलब किया था। अब प्रदेश के 17-17 बीएसए को जवाब दाखिल करने के लिए बुलाया गया है। आयोग से हुई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पिछड़ा वर्ग की सीटों को कम करके सामान्य वर्ग को अधिक लाभ दिया गया है।
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शासन से ही भेजी गई चयनित शिक्षकों की सूची : बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी केके ओझा ने जागरण को बताया कि वह वर्तमान में दिल्ली में ही हैं। शासन ने ही चयनित शिक्षकों की सूची भेजी थी। उन्होंने जिला मुख्यालय पर काउंसिलिग कर नियुक्ति पत्र वितरित किए हैं। यही जवाब आयोग में दाखिल किया गया है। जनपदीय चयन समिति की आरक्षण में कोई भूमिका नहीं है।
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35 शिक्षक रहे गैरहाजिर, मांगा स्पष्टीकरण
69 हजार शिक्षक भर्ती में जनपद में नवनियुक्त 1,055 शिक्षकों में मंगलवार को 35 शिक्षक-शिक्षिकाएं गैरहाजिर रहे। सदर बीआरसी पर सभी शिक्षकों की प्रतिदिन उपस्थिति ली जा रही है। नगर खंड शिक्षा अधिकारी श्याम मोहन अस्थाना ने बताया कि अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। जब विद्यालय आवंटन एवं पद स्थापन नहीं होगा, तब तक प्रतिदिन उपस्थिति लगानी होगी। अनुपस्थित शिक्षकों का उस दिन का वेतन काट लिया जाएगा।