बिना काम अपनों को मनरेगा का भुगतान
- नदसिया के ग्राम पकरा में कई साल से फर्जीवाड़े का आरोप - शिकायत करने के बाद भी जांच व
- नदसिया के ग्राम पकरा में कई साल से फर्जीवाड़े का आरोप
- शिकायत करने के बाद भी जांच व कार्रवाई गोलमोल
जागरण संवाददाता, कन्नौज : एक रोजगार सेवक पर मनरेगा से अपनों को बिना काम के भुगतान कराने का आरोप है। यह फर्जीवाड़ा कई साल से चल रहा है, जिसकी शिकायत की गई, लेकिन नतीजा शून्य है। मामले की जांच कराई गई तो उसमें भी पीड़ित से ही रिश्वत ले ली गई है।
जलालाबाद की ग्राम पंचायत नदसिया के ग्राम पकरा निवासी राजेश सिंह ने बताया कि उनके गांव में संध्या पाल 2008 से रोजगार सेवक हैं। संध्या मस्टर रोल जारी कर श्रमिकों से काम कराती हैं। उनके पिता, चाचा व चाचा के लड़के के नाम भी जाबकार्ड हैं, जिन्हें वह बिना काम के कई साल से फर्जी तरह से भुगतान करा रही हैं। क्षेत्र में काम कम श्रमिक करते हैं, जबकि मस्टर रोल में अधिक चढ़ते हैं। बढ़े हुए श्रमिकों का भुगतान गोलमोल है। गांव में महेंद्र पाल समेत कई श्रमिक ऐसे हैं, जिनसे काम लिया गया जबकि भुगतान नहीं किया गया है। इससे पहले के कार्यकाल में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है। यह शिकायत उच्च अधिकारी तक से की, जांच ब्लाक सोशल को-आर्डिनेटर से कराई गई थी, जिन्होंने शिकायतकर्ता से पांच हजार रुपये की मांग कर ढाई हजार रुपये रिश्वत ले ली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं, संध्या पाल ने बताया कि आरोप गलत हैं। शिकायकर्ता भी जाबकार्ड धारक हैं, जो खुद बिना काम के जाबकार्ड भरवाना चाहते हैं। एक साल पहले जांच हो चुकी है, जिसमें गड़बड़ी नहीं मिली है। उपायुक्त श्रम व रोजगार दयाराम यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, जानकारी कर जांच कराएंगे।
जिला विकास अधिकारी नरेन्द्र देव द्विवेदी ने बताया कि रिश्वत मामले पर जांचकर्ता से स्पष्टीकरण मांगा है, जो न देने पर रिमाइंडर करेंगे। इसके बाद कार्रवाई करेंगे।