इत्रनगरी तक पहुंची मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले की आंच
जागरण संवाददाता, कन्नौज: मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं (मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोट
जागरण संवाददाता, कन्नौज: मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं (मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले की आंच इत्र नगरी तक पहुंच गई है। एक आरोपित की तलाश में भोपाल से आई सीबीआइ टीम ने रविवार को इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम मिड़ईपुर्वा में छापा मारा हालांकि आरोपित हत्थे नहीं चढ़ सका।
मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआइ कर रही है। तकरीबन चार दिन पहले रात नौ बजे सीबीआइ के इंस्पेक्टर अमित कुमार पांडेय ने स्थानीय पुलिस के साथ थाना इंदरगढ़ के गांव मिड़ईपुरवा में जितेंद्र कनौजिया के घर छापा मारा। वह मौके पर नहीं मिला, इस पर टीम धारा 82 का नोटिस का चस्पा कर चली गई। सीबीआइ इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित जितेंद्र के खिलाफ व्यापमं घोटाले के तहत मामला दर्ज है। इस संबंध में ग्वालियर कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी किया गया है। अदालत में हाजिर न होने पर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
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शातिर है जितेंद्र, बेरोजगार से ठग चुका है 10 लाख रुपये
आरोपित जितेंद्र के खिलाफ ठठिया थाना क्षेत्र के ग्राम अज्यौरा निवासी रमाकांत ने 25 सितंबर को दस लाख रुपये ठगी का मामला दर्ज कराया था। रमाकांत के मुताबिक उसके पिता रामप्रकाश को जितेंद्र ने झांसा दिया था कि वह कानपुर की आर्डिनेंस फैक्ट्री में बेटे को लगवा देगा, जिस पर पिता ने चार बीघा जमीन गिरवी रखकर और बैंक से कर्ज लेकर उसे रुपये दे दिये थे। 24 सितंबर 2012 को कॉल लेटर भी आया, जब वह वहां गया तो पता चला कि वह फर्जी है। इसके बाद जितेंद्र ने रुपये लौटाने से मना कर दिया। सूत्रों की मानें तो व्यापमं परीक्षा में भी जितेंद्र सॉल्वर उपलब्ध कराता था, जिसके आधार पर वह सीबीआइ की रडार पर चढ़ गया।