महोत्सव में रासलीला व मयूर नृत्य की धूम
जागरण संवाददाता, कन्नौज: रंग-बिरंगी लाइटों से सजे गणपति पांडाल में जब बृजभूमि के कलाकारों
जागरण संवाददाता, कन्नौज: रंग-बिरंगी लाइटों से सजे गणपति पांडाल में जब बृजभूमि के कलाकारों ने रासलीला और मयूर नृत्य प्रस्तुत किया तो भक्तों का भी मन मयूर नाच उठा। इसी तरह कई पांडालों में कलाकारों ने भगवान शिव के तांडव और गजानन के गणेश नृत्य की अछ्वुत झांकी प्रस्तुत की। पूरी रात सैकड़ों भक्त आनंद के अथाह सागर में गोते लगाते रहे।
गणेश महोत्सव के दौरान शहर के मोहल्ला कटरा बहादुर में सजे भव्य गणेश पांडाल में बृजभूमि के कलाकारों ने मोर पंख लगाकर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। श्याम वंशी बजाते हो या मुझे बुलाते हो..की धुन पर राधा-कृष्ण के नृत्य ने तो झूमने पर मजबूर कर दिया। इसी तरह कचहरी टोला में कलाकारों ने रासलीला का मंचन कर भगवान श्रीकृष्ण की सजीव झांकी सबके सामने प्रस्तुत कर लोगों की तालियां बटोरीं। मकरंदनगर, कुतलूपुर और शिवाजी नगर में भी सजे गणेश पांडालों में जवाबी कीर्तन तथा बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। महिलाओं ने भी ढोलक की थाप पर मंगलगीत गाते हुए गणपति को भोग लगाया। देर रात जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा..की धुन पर आरती हुई तो पूरा आकाश गगनभेदी जयकारों से गूंज उठा। आरती के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।
सवांद सूत्र गुरसहायगंज के अनुसार तिर्वा रोड पर चल रही कथा में
स्वामी स्वरूपदास महाराज ने कहा कि राज्याभिषेक का कार्य संपन्न हो जाने पर श्रीराम ने सुग्रीव तथा विभीषण को अपने घरों को लौटने को कहा। इसके बाद पुष्पक विमान की पूजा करके भगवान श्रीराम ने उसे कुबेर को ही प्रेमपूर्वक लौटा दिया। प्रदीप गुप्ता, समाजसेवी अशोक कुमार गुप्ता, दीप गुप्ता, रामकुमार पाठक, राजीव चौहान, ईशू गुप्ता, सचिन पाठक मौजूद रहे।