संयुक्त निदेशक ने कब्जे में लिए अभिलेख, होगी जांच
जागरण संवाददाता कन्नौज विनोद दीक्षित अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करने पहुंचीं का
जागरण संवाददाता, कन्नौज: विनोद दीक्षित अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करने पहुंचीं कानपुर मंडल की संयुक्त निदेशक को बिल-बाउचरों में खामियां मिलीं। गड़बड़ी की आशंका में उन्होंने पिछले चार साल के अभिलेख कब्जे में ले लिए। वहीं, आय से अधिक संपत्ति के मामले में अस्पताल के कक्ष सेवक के भी बयान दर्ज किए।
गुरुवार को कानपुर मंडल की संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डॉ. सरोजबाला सिंह, मंडलीय लेखा प्रबंधक राजेश कुमार, मंडलीय कार्यक्रम प्रबंधक राजन प्रसाद व लेखाकार कमलेश कुमार विनोद दीक्षित चिकित्सालय पहुंचे और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेंद्रभान सिंह से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने अधीक्षक कक्ष में पिछले चार साल में पूर्व अधीक्षक डॉ. गीतम सिंह के कार्यकाल में हुई सभी खरीदों व भुगतान के बिल-बाउचर देखे। साथ ही पीएफएमएस प्रणाली से किए गए भुगतानों के भी अभिलेख खंगाले। उन्होंने अस्पताल में लिपिक का काम कर रहे कक्ष सेवक धनीराम से भी पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। धनीराम पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। जेडी ने बताया कि कई रिकॉर्ड अधूरे मिले तो कई बिलों में खामियां पाईं गईं, इस पर उन्होंने रिकॉर्ड को सुरक्षित कर लिया है। सभी बिल-बाउचरों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर अपर निदेशक को भेजी जाएगी, जिसमें अभी समय लगेगा। जिला अस्पताल का भी किया निरीक्षण
संयुक्त निदेशक डॉ. सरोजबाला सिंह ने इससे पहले जिला अस्पताल का निरीक्षण किया तथा सीएमएस ने जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने जिला अस्पताल के मेटरनिटी विग का औचक निरीक्षण किया था, जिसमें उन्हें कई खामियां मिलीं थीं। इस पर उन्होंने खामियों में सुधार करने के निर्देश दिए थे और अनुपालन आख्या कानपुर मंडल के अपर निदेशक के पास भेजी थी। उसी अनुपालन आख्या के आधार पर जिला अस्पताल में भौतिक सत्यापन किया गया, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इस दौरान सीएमएस डॉ. शक्ति बसु व टीएसयू प्रभारी अर्चना यादव भी मौजूद रहीं।