जल निगम ने फिर शुरू की खोदाई, चलना दुश्वार
संवाद सहयोगी तिर्वा पेयजल योजना के तहत भूमिगत पाइप लाइनों का काम पूरा नहीं हो पा रहा।
संवाद सहयोगी, तिर्वा : पेयजल योजना के तहत भूमिगत पाइप लाइनों का काम पूरा नहीं हो पा रहा। पांच वर्ष से काम चल रहा, लेकिन अभी तक काम अधूरा है। कारण, मानकों की अनदेखी से पाइप लाइनें दम तोड़ रही और कार्य योजना के तहत काम नहीं कराया गया।
कस्बे के दुर्गानगर व बौद्ध नगर में एक-एक पानी की टंकियों का निर्माण जलनिगम से त्वरित आर्थिक विकास योजना के तहत वर्ष जून 2015 में शुरू हुआ था। नौ करोड़ रुपये की लागत से पीके इंटरप्राइजेज लखनऊ की संस्था को वर्ष 2017 में काम पूर्ण करना था। इसमें 55 किलोमीटर की रेंज पाइप लाइनें डाली जानी है। पांच वर्ष से काम चल रहा, लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हो सका। पानी की टेस्टिग में पाइप लाइनें दम तोड़ रही। कई जगहों पर पानी नहीं पहुंच रहा। इससे सड़कों की खोदाई का काम बंद नहीं हो रहा। नगर की कोई ऐसी गली नहीं छोड़ी गई, जहां पर जलनिगम के ठेकेदारों ने दो से तीन बार खोदाई न की हो। सड़कों की खोदाई के बाद ठीक नहीं किया जाता है। इससे राहगीरों का चलना दुश्वार हो गया। इलाहाबाद बैंक व बिजली घर के पास चार दिनों से बीच सड़क पर गड्ढे खोद कर छोड़ दिए गए, लेकिन काम नहीं हो रहा। ----------------------------
नुकसान पर ठेकेदारों से होगी भरपाई
एक वर्ष के ट्रायल पर टंकी नगर पंचायत को सुपुर्द की गई। काम ठीक न होने पर ट्रायल अनुबंध रद हो कर दिया जाएगा। अभी तक किसी भी गली में काम ठीक नहीं है। सड़कों की खोदाई कर सरकारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया जा रहा। इसकी भी भरपाई ठेकेदार से कराई जाएगी।
-घनश्याम राय, अधिशासी अधिकारी