इकलाख ने दी थी अजान, पढ़वाई सामूहिक नमाज
वहीं मोहल्ले के रजील और उसके साथियों ने आनंद
जागरण संवाददाता, कन्नौज: सामूहिक नमाज की पाबंदी के बाद भी मुख्य आरोपित इकलाख ने अजान देकर सबको नमाज के लिए बुलाया था। उसे आशंका थी कि पुलिस विरोध करेगी, इसलिए पास में ही स्थित जामा मस्जिद नहीं गए और घर में ही नमाज पढ़ी। पुलिस से मोर्चा लेने के लिए छतों पर ईंट-पत्थर पहले से ही जमा कर रखे थे।
इकलाख एक माह पहले अपनी ससुराल आया था। वह समधन के मोहल्ला अल्लामा इकबालनगर का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन लोगों के पास बाहर से वीडियो संदेश भेजा गया था, जिसमें जुमे के दिन घर में ही सामूहिक नमाज पढ़ने के निर्देश दिए थे। इकलाख ने बिना माइक के ही छत पर चढ़कर दोपहर साढ़े 12 बजे अजान दी, जिस पर लोग उसके ससुर साबिर के घर एकत्र होने लगे। इसकी भनक पुलिस को लग गई, जिस पर दारोगा आनंद पांडेय व एलआइयू हेड कांस्टेबल राजवीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर गए तो नमाजियों ने उन पर हमला बोल दिया। मोहल्ले के ही एक युवक चंदू ने फावड़े से हमला कर सिपाही सौदान सिंह घायल हो गए। वहीं मोहल्ले के रजील और उसके साथियों ने आनंद पांडेय का गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। किसी तरह जान बचाकर पुलिस कर्मी भागे तो महिलाओं व युवकों ने छतों से ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। ड्रोन से हो रही निगरानी
जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र व एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह के निर्देश पर पूरे शहर की ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। खासकर अल्पसंख्यक बहुल मोहल्लों में पुलिस अराजकतत्वों पर नजर रख रही है। इसके लिए 9 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। सिपाही की कैप भी नहीं उठाई
घटनास्थल पर सिपाही सौदान सिंह की कैप दूसरे दिन भी पड़ी रही। वहां कल से पुलिस तैनात है, लेकिन किसी ने कैप उठाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं, एलआइयू हेड कांस्टेबल राजवीर सिंह की बाइक का टूटा सामान व पत्थर भी गली में पड़े रहे।