एंबुलेंस न मिलने से ई-रिक्शा से पहुंचे अस्पताल
-तहसील क्षेत्र में दौड़ी महज एक एंबुलेंस मरीज रहे परेशान -हालत बिगड़ने पर ई-रिक्शा ट
-तहसील क्षेत्र में दौड़ी महज एक एंबुलेंस, मरीज रहे परेशान
-हालत बिगड़ने पर ई-रिक्शा, टेंपो, कार व बाइक पर पहुंचे इमरजेंसी
संवाद सहयोगी, तिर्वा : दूसरे दिन भी राजकीय मेडिकल कालेज में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल जारी रही। इससे मरीजों को दिक्कतें हुई। ज्यादातर मरीज अपने निजी वाहनों से इलाज के लिए मेडिकल कालेज पहुंचे। कुछ मरीज ई-रिक्शा व टेंपो से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे।
मंगलवार को राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर बैठे रहे। इससे महज एक एंबुलेंस से तहसील क्षेत्र के मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने की कवायद रही। इससे ज्यादातर मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिली सकी। 108 व 102 नंबर पर कॉल करने के बाद घंटों इंतजार किया। इसके बाद भी एंबुलेंस नहीं आई तो मजबूर होकर भाड़े पर ई-रिक्शा व टेंपो किया। उससे अस्पताल तक पहुंचे। मरीज पूजा देवी पुत्री रामकुमार निवासी अमोलर तालग्राम ने बताया कि करीब सात बार एंबुलेंस बुलाने के लिए कॉल की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। प्रकाश चंद्र निवासी औसेर, ठठिया ने बताया कि घंटों इंतजार के बाद जब एंबुलेंस नहीं आई तो ई-रिक्शा को दो सौ रुपये में किराये पर किया। इसके बाद मेडिकल कालेज पहुंच सके हैं।
एंबुलेंस कर्मियों की सपाई करेंगे मदद
राजकीय मेडिकल कालेज में पहुंचे सपा के पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव ने हड़ताल पर बैठे एंबुलेंस कर्मियों से बात की। संगठन के जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों को माला पहनाई। इसके बाद उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ता भी साथ में जल्द ही होंगे। सरकार को कर्मचारियों की बात सुननी चाहिए और उचित समाधान करना चाहिए।