जांच में दोषमुक्त मिले प्रधानाध्यापक, बीएसए ने किया बहाल
-पूर्व बीएसए ने मिडडे मील में गड़बड़ी के आरोप में किया था निलंबित -जांच में नहीं मिला गोलमा
-पूर्व बीएसए ने मिडडे मील में गड़बड़ी के आरोप में किया था निलंबित
-जांच में नहीं मिला गोलमाल, खंड शिक्षा अधिकारी ने सौंपी रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, कन्नौज : मिडडे मील में गड़बड़ी के आरोप में निलंबित किए गए कंपोजिट विद्यालय विशुनगढ़ के इंचार्ज प्रधानाध्यापक को जांच अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बहाल कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक खाद्यान्न तथा बैंक खातों की जांच में कोई गोलमाल नहीं पाया गया है।
छिबरामऊ ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय विशुनगढ़ के इंचार्ज प्रधानाध्यापक ओमकार सिंह यादव को तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी केके ओझा ने 25 सितंबर को निलंबित कर दिया था। उन्होंने यह कार्रवाई जिला समन्वयक (मिडडे मील) आदिल नियाज की निरीक्षण आख्या के आधार पर की थी। इस मामले में सौरिख ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को जांच अधिकारी बनाया गया था। उन्होंने मिडडे मील के खाद्यान्न के संबंध में पूर्ति कार्यालय व वरिष्ठ विपणन निरीक्षक के गोदाम से सत्यापन कराया तो अभिभावकों और बच्चों से भी जानकारी कर बयान दर्ज किए। इसके बाद कन्वर्जन कास्ट के संबंध में बैंक में जाकर खातों का सत्यापन कराया तो कोई गोलमाल नहीं मिला। उन्होंने बीएसए को जांच रिपोर्ट सौंप दी, जिसके आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक को बहाल कर दिया। बीएसए ने बताया कि जांच में विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता अच्छी पाई गई है। कोई गोलमाल नहीं मिला। जांच अधिकारी की आख्या पर बहाल कर दिया गया है।
--------- विद्यालय में लगाए जाएंगे आनलाइन सीसी कैमरे
इंचार्ज प्रधानाध्यापक ओमकार सिंह यादव ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय विशुनगढ़ में अब सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे विद्यालय की पारदर्शिता बनी रहेगी तथा शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार होगा। इसके अलावा देर से आने वाले शिक्षकों की कार्यशैली में भी सुधार होगा। जिले का यह पहला विद्यालय होगा, जिसमें आनलाइन सीसी कैमरे होंगे, जिसके माध्यम से बीएसए और बीईओ आनलाइन निरीक्षण कर सकेंगे।