जायरीन हादसा-दो : चालक की जिद ने कराया हादसा
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : बस चालक बिजली प्रसाद को बार-बार झपकी आने के कारण अजमेर शरीफ
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : बस चालक बिजली प्रसाद को बार-बार झपकी आने के कारण अजमेर शरीफ से लौट रहे जायरीनों ने बस रोककर आराम करने की सलाह दी लेकिन उसने अनसुनी कर दी। ठेकेदार ने भी चालक को नहीं रोका। ठेकेदार व चालक की जिद के कारण हादसा हो गया।
नगला दिलू स्थित 100 शैय्या अस्पताल पहुंचे घायलों ने बताया कि चालक ने रास्ते में बस रोककर करीब 3-4 घंटे की नींद ली। इसके बाद जब वह बस लेकर चला तो कुछ दूर बाद उसे झपकी आने लगी। इससे कई बार बस लहराकर सड़क किनारे तक पहुंच गई। इस पर कई जायरीन विरोध पर उतर आए। आगे बैठने वालों ने चालक को बस सड़क किनारे खड़ी कर आराम करने की सलाह दी। इसके बाद भी उसने अनदेखी कर लगातार बस दौड़ाई। इस पर ठेकेदार मोहम्मद इस्लाम से बस रोक आराम करने को कहा गया पर उसने भी नहीं सुनी। इसी बीच बस जीटी रोड पर खड़े ट्रक से टकरा गई। घायलों ने बताया कि चालक बस को किसी ढाबे पर रोक कर आराम कर लेता तो शायद हादसा नहीं होता।
अस्पताल में कम पड़ गए बेड
एक साथ बड़ी संख्या में घायलों के पहुंचने पर सौ शैय्या अस्पताल में बेड कम पड़ गए। इमरजेंसी वार्ड के प्रसव वार्ड को भी खोलकर मरीजों का उपचार किया गया। इसके बाद भी बेड पूरे नहीं हुए तो एक पर दो-दो मरीज लिटाए गए। कई वार्डों में पहले से मरीज होने के कारण समस्या हुई। इस बीच हादसे की खबर पाकर परिजनों के फोन भी घायलों की जेब में घनघनाने लगे।
स्वास्थ्य कर्मियों की दौड़ भाग पर सराहना
सोमवार को अस्पताल में वार्ड ब्वाय अमित ड्यूटी पर थे। बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर पर वह दौड़ पड़े। उनकी मदद में दीपू पहुंच गया। स्टाफ नर्स शालू समेत अन्य इंतजाम में लग गए। इस पर सभी घायलों ने सराहना की।
सड़क पर बिखरा सामान समेटा, यातायात बाधित
हादसे के बाद मामूली रूप से जख्मी हुए घायल मौके पर सामान समेटने में लगे रहे। सड़क किनारे बिखरे सामान को महिलाओं ने उठाया। इसके बाद क्षतिग्रस्त बस को जेसीबी लगाकर किनारे किया। इस दौरान काफी देर तक जीटी रोड पर यातायात ठप रहा।
मदद को बढ़े, बाहर से दवा मंगाने का आरोप
कस्बे के मोहम्मद कामरान, उमर फारुख बंटी ने अस्पताल पहुंच घायलों की मदद की। बिस्किट व चाय वितरित की। कामरान ने भोजन का इंतजाम कराया। साथ में उपचार के बाद छुट्टी पाने वालों को घर भेजने का इंतजाम कराया। डा. डीएस मिश्रा ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल से दवा दी गई। वहीं कुछ लोगों ने बाहर से दवा मंगाने का आरोप भी लगाया।