फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने में पूर्व मंत्री के बेटे पर मुकदमा
जांच में मामला सही पाए जाने पर पुलिस ने पूर्व मंत्री के पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कन्नौज (जेएनएन)। पूर्व मंत्री के बेटे ने कागजों में हेराफेरी कर खुद का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवा लिया। जांच में मामला सही पाए जाने पर पुलिस ने पूर्व मंत्री के पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
जगतापुर निवासी अनिल पाल के पिता विजय बहादुर पाल सपा सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री थे। पिता के पद का फायदा उठाकर अनिल ने अधिकारियों से साठगांठ कर अपना दिव्यांग प्रमाण पत्र भी बनवा लिया। सरकार बदलने के बाद मामला सामने आने पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
विकलांग बोर्ड के अध्यक्ष डा. जेजे राम ने बताया कि 2013 में रिटायर्ड हो चुके नाक-कान-गला के सर्जन की संस्तुति पर प्रमाण पत्र 2014 में जारी कराया गया था, जो पूरी तरह से फर्जी है। जांच करवाई जा रही है कि दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी करने में किन अफसर व कर्मियों का हाथ है।
उधर, पूर्व मंत्री विजय बहादुर पाल ने बताया कि उनके पुत्र को फंसाया जा रहा है। विकलांगता भविष्य में खत्म भी हो जाती है। तत्कालीन समय के हालात देख जारी कराया लेकिन उस प्रमाण पत्र से कोई भी लाभ नहीं लिया गया। थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने बताया कि विवेचना की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर पूर्व मंत्री के पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जाएगा।