मुआवजे के विवाद में फंसी 1843 पत्रावलियां
फोटो संख्या 11 केएनजे 62 ------- - जीटी रोड फोर/सिक्सलेन निमरण को भूमि अधिग्रहण का
फोटो संख्या : 11 केएनजे 62 -------
- जीटी रोड फोर/सिक्सलेन निमरण को भूमि अधिग्रहण का मामला
- जमीन की प्लाटिग होने से तय नहीं हो पा रहे भूमि स्वामी
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: जीटी रोड फोर/सिक्सलेन निर्माण को भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। अब तक फोरलेन में भूमि जाने वालों को मुआवजा दिया जा रहा है। इसमें करीब 1843 विवादित पत्रावलियां फंस गई हैं। स्थानीय अफसर इनके निस्तारण के निर्देश आने का इंतजार कर रहे हैं।
वर्ष 2019 से छिबरामऊ तहसील क्षेत्र में जीटी रोड के चौड़ीकरण को भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पहले फोर लेन को भूमि अधिग्रहीत की गई। इसमें तहसील क्षेत्र के करीब 27 गांव आ रहे हैं। इन गांवों के लोगों को जमीन के बदले मुआवजा देने की प्रक्रिया भूमि अध्याप्ति कार्यालय कानपुर से शुरू कर गई। पहले निर्विवादित पत्रावलियों का निस्तारण किया गया। ऐसे करीब 2200 लोगों को चयनित किया गया। इनके खातों में मुआवजा भेजा जा रहा है। इस बीच करीब 1843 पत्रावलियां फंस गई। इन मामलों को निस्तारण के लिए तहसील स्तरीय समिति को दिया गया। इन जमीनों के स्वामी मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं।
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एक ही जमीन के कई बैनामे:
एक खेत का कई प्लाट बनाकर बैनामा किया गया। इसमें नंबर व चौहद्दी स्पष्ट नहीं की गई है। कुछ मामलों में एक ही जमीन के कई बैनामे कर दिए गए हैं। कुछ पत्रावलियां ऐसी हैं, जिनमे मौके पर जमीन कम है लेकिन अधिक जमीन के बैनामा कर दिए गए हैं। करीब 1800 पत्रावलियों के मामले फोरलेन के अंतर्गत अभी लंबित हैं। तहसील स्तरीय समिति तहसीलदार की देखरेख में जांच कर रही है। निस्तारण होने वाली पत्रावलियों को भूमि अध्याप्ति कार्यालय कानपुर भेजा जा रहा है। अब तक किसी प्रकार का विवाद न होने पर 2200 पत्रावलियां भेजी जा चुकी हैं। खेत से प्लाट का बैनामा होने पर रिपोर्ट भेजने के लिए नए निर्देशों के बारे में जानकारी की जा रही है।
- गौरव शुक्ला, एसडीएम छिबरामऊ