नेतृत्व क्षमता से ही होगा विकास
संवाद सहयोगी छिबरामऊ चाहे छात्र हो या शिक्षक सभी में नेतृत्व करने की क्षमता होती है। इ
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ : चाहे छात्र हो या शिक्षक, सभी में नेतृत्व करने की क्षमता होती है। इसको विकसित करने की आवश्यकता है। तभी विद्यालय का विकास होगा।
सोमवार को दस दिवसीय वेबिनॉर के दूसरे दिन अतिथि प्रवक्ता एवं वाराणसी के डायट प्राचार्य उमेश शुक्ल ने शिक्षकों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नेतृत्व वही कर सकता है, जो समस्या को सही पहचान कर, कारण को समझ संस्था के विकास के अवसरों को संवेदनशीलता के साथ उपयोग करता है। अपने ज्ञान, कौशल, क्षमता मे वृद्धि करने वाला, पहल करने वाला, जिम्मेदारियों को आगे बढ़कर स्वीकार करने वाले में नेतृत्व शक्ति आ जाती है। इसके अतिरिक्त गुणवत्तापूर्ण विद्यालय शिक्षक के नेतृत्व के लिए यह आवश्यक है कि नेतृत्वकर्ता विश्वसनीय हो, जो लक्ष्य बताकर उचित नेतृत्व करे। इस दौरान राजपाल सिंह, सुमित गुप्ता आदि शिक्षक मौजूद रहे।