कोरोना योद्धाओं ने विरोध में काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
पी राजपूत ने बताया कि प्रदेशीय संगठन के आवाहन पर प्रदर्शन शुरू किया गया। 27 फरवरी तक प्रदर्शन चलेगा। काली पट्टी बांधकर कर्मचारी काम करेंगे। इसमें डॉक्टर पैरामेडिकल स्टॉफ लैब टेक्नीशियन वार्ड ब्वाय समेत सभी कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन वेतन विसंगति संविदा को नियमित करने के
संवाद सहयोगी, तिर्वा: राजकीय मेडिकल कॉलेज में राज्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष कुसुम मौर्य की अगुवाई में कर्मचारियों ने हाथों में काली पट्टी बांधी। इसके बाद कामकाज किया। इसमें कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार से मांगों को पूरा करने के लिए आवाज उठाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर
चिकित्सा राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. एसपी राजपूत ने बताया कि प्रदेशीय संगठन के आवाहन पर प्रदर्शन शुरू किया गया। 27 फरवरी तक प्रदर्शन चलेगा। काली पट्टी बांधकर कर्मचारी काम करेंगे। इसमें डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ, लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय समेत सभी कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन, वेतन विसंगति, संविदा को नियमित करने के अलावा 18 सूत्रीय मांगे हैं। प्रदर्शन को प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश संगठन के आवाहन पर काम किया जाएगा। इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवधेश कुमार, डॉ. राजन शर्मा, एआरओ सर्वेश कुमार, अन्नपूर्णा राजपूत, प्रीती सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे। काली पट्टी बांध स्वास्थ्य कर्मियों ने जताया विरोध
संवाद सूत्र, सौरिख: पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। काली पट्टी बांधकर कार्य किया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले शुक्रवार को कर्मी अस्पताल परिसर के बाहर एकत्रित हुए। जिला मंत्री मानसिंह प्रजापति ने बताया कि सरकार सभी संवर्गों का पुनर्गठन करें। कर्मचारियों की एलटीसी सुविधा केंद्र के समान लागू हो। तकनीकी व शैक्षिक योग्यता एक समान रखने वाले कर्मचारियों को एक समान वेतन भत्ते दिए जाएं। 62 वर्ष आयु सीमा की जाए। जीपीएफ रखरखाव महालेखाकार से लेकर पासबुक प्रणाली लागू की जाए। संगठन के पदाधिकारियों को रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाए। विशेष अवकाश की सुविधा एक माह बढ़ाई जाए। इस दौरान अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।