मौसम का बदला मिजाज, हवा-पानी एक साथ
गिरा तापमान मिली राहत बूंदाबांदी से तापमान काफी गिर गया जिससे लोगों ने भीषण गर्मी में राहत महसूस की। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 1
जागरण संवाददाता, कन्नौज : मौसम का मिजाज बदला तो किसानों के माथे पर चिता की लकीरें उभर आईं। दिन भर रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही, जिससे गेहूं की कटाई का कार्य प्रभावित हुआ। वहीं तेज हवा के झोकों से खेत में खड़ी गेहूं की फसल भी बिछ गई। मौसम विभाग के अनुसार हवा की दिशा बदलने से उत्पन्न हुए विक्षोभ के कारण मौसम में यह परिवर्तन हुआ है।
बुधवार को रात से ही आसमान में काले बादल घिर आए थे। सुबह भगवान भास्कर ने अपनी आभा नहीं बिखेरी तो किसानों को लगा कि मौसम कुछ भी कर सकता है। सुबह दस बजे के लगभग पानी बरसने लगा। हालांकि तेज बारिश नहीं हुई और दिन में रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस समय खेतों में गेहूं की फसल पकी खड़ी है, जिसकी कटाई का काम जोर-शोर से चल रहा है। बारिश से कटाई का काम बंद हो गया, बल्कि तेज हवा से गेहूं के गट्ठर न उड़ें, इसके लिए किसान परेशान दिखाई दिए। मौसम वैज्ञानिक डॉ. विजय द्विवेदी ने बताया कि पहले हवा उत्तर से आ रही थी, अचानक हवा का रुख बदला और पश्चिम की तरफ से तेज हवाएं चलने लगीं, जिसके कारण विक्षोभ उत्पन्न हो गया। इसके बाद जब हवाओं ने पूरब की तरफ रुख किया तो बादलों ने बरसात कर दी। गिरा तापमान, मिली राहत
बूंदाबांदी से तापमान काफी गिर गया, जिससे लोगों ने भीषण गर्मी में राहत महसूस की। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री रहा। वर्षा का स्तर भी 1.6 मिमी रिकॉर्ड किया गया और हवा की गति 11 किमी प्रतिघंटा रही। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी दो दिन तक मौसम खराब रहेगा, इसके बाद सामान्य हो जाएगा।