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बच्चे पढ़ेंगे कहानी, बुजुर्ग सुनेंगे उनकी जुबानी

अभिषेक द्विवेदी कन्नौज पहले के जमाने में घर के बड़े-बुजुर्ग कहानियां सुनाते थे और बच्चे उन्

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 12:11 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 12:11 AM (IST)
बच्चे पढ़ेंगे कहानी, बुजुर्ग सुनेंगे उनकी जुबानी
बच्चे पढ़ेंगे कहानी, बुजुर्ग सुनेंगे उनकी जुबानी

अभिषेक द्विवेदी, कन्नौज

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पहले के जमाने में घर के बड़े-बुजुर्ग कहानियां सुनाते थे और बच्चे उन्हें बड़े चाव से सुनते थे, लेकिन अब बच्चे कहानी पढ़ेंगे और बुजुर्ग व परिवार के अन्य सदस्य सुनेंगे। यह परिवर्तन नई शिक्षा नीति के निपुण भारत अभियान के अंतर्गत मिशन प्रेरणा फेज-6 में देखने को मिलेगा। बेसिक शिक्षा विभाग में जनवरी माह से 100 दिन का रीडिग कैंपेन शुरू किया गया है, जिसमें परिषदीय विद्यालयों के अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के बच्चे प्रेरणा सारथी व प्रेरणा साथी के माध्यम से पाठ्य सामग्री को पढ़ेंगे।

मिशन प्रेरणा के फेज-6 के अंतर्गत अभिभावकों के वाट्सएप पर पाठ्य सामग्री भेजी जा रही है, जिसमें रोचक लेख, कहानियां, कविताएं तथा संख्या ज्ञान देने वाली कहानी समेत कई सामग्रियों का समावेश है। इन्हें पढ़ने के बाद बच्चे अपने बड़े-बुजुर्गाें को सुनाएंगे। जिला समन्यवक (प्रशिक्षण) महावीर सिंह राजपूत ने बताया कि मिशन प्रेरणा के अंतर्गत रीडिग कैंपेन पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है। इसकी निगरानी शिक्षकों के अलावा स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) , एकेडेमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी), खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ), बीएसए तथा डायट प्राचार्य अपने स्तर से करेंगे। बच्चे जो भी रचनात्मक गतिविधि करेंगे, उसे भी वाट्सएप ग्रुप में साझा किया जाएगा। मिशन प्रेरणा फेज-6 की गतिविधियां

-शिक्षकों व प्रेरणा साथी द्वारा मोहल्ला कक्षाओं का संचालन

-25 जनवरी से 100 दिन का रीडिग कैंपेन का आयोजन

-प्रत्येक शनिवार को प्रेरणा क्विज का आयोजन करना

-प्रत्येक कक्षा व विषय के लिए पाठ्य सामग्री भेजना

-एसआरजी, एआरपी, डायट मेंटर द्वारा आनलाइन बैठकें

-मोहल्ला कक्षा तथा विद्यालयों का सपोर्टिंग सुपरविजन मिशन प्रेरणा फेज-6 के अंतर्गत सभी वाट्सएप ग्रुपों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। रीडिग कैंपेन में बच्चे जो भी गतिविधि करेंगे उसे प्रोत्साहित किया जाएगा। इस गतिविधि के लिए शिक्षक अभिभावकों से फोन कर संवाद स्थापित करेंगे तथा प्रेरणा साथी व प्रेरणा सारथी खेल गतिविधियों को संचालित कराएंगे। इस बार 22 फरवरी को मातृभाषा दिवस मनाया जाएगा। इस दिन बच्चे अपनी मातृ भाषा में कहानियों को पढ़ेंगे। रीडिग कैंपेन के तहत दीक्षा पोर्टल, प्रेरणा पोर्टल तथा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की वेबसाइट पर भी पाठ्य सामग्री उपलब्ध है।

-राकेंद्र सक्सेना, एकेडेमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) मिशन प्रेरणा के अंतर्गत शिक्षा के साथ बच्चों में रचनात्मक कौशल का भी विकास करना प्राथमिकता है। कम समय में बच्चे अधिक सीखें, जिससे बेहतर लर्निंग आउटकम मिले और आने वाले समय में परिषदीय विद्यालय प्रेरक बनें तथा पूरे प्रदेश में कन्नौज प्रेरक जनपद के रूप में प्रतिस्थापित हो सके।

-संगीता सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी


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