मुख्यमंत्री कर सकते दौरा, निर्माण अधूरा
हीलाहवाली - नहीं बने पंचायत भवन व इज्जतघर तीन सचिवों से स्पष्टीकरण - डीपीआरओ ने निरी
हीलाहवाली
- नहीं बने पंचायत भवन व इज्जतघर, तीन सचिवों से स्पष्टीकरण
- डीपीआरओ ने निरीक्षण किया तो सामने आई सचिवों की लापरवाही
जागरण संवाददाता, कन्नौज : मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल पंचायत भवन व सामुदायिक इज्जतघर की जिले में स्थिति बेहद खराब है। जिले में उनके दौरे की संभावना भी है, लेकिन कई ग्राम पंचातयों में कार्य अधूरे हैं। डीपीआरओ ने निरीक्षण किया तो चार ग्राम पंचायतों में निर्माण अधूरा व बंद मिला। कार्रवाई की चेतावनी देते हुए तीन सचिवों से स्पष्टीकरण मांगा है।
बुधवार देर शाम डीपीआरओ जितेंद्र कुमार मिश्र ने जिला परियोजना प्रबंधक शलभ त्रिपाठी के साथ सदर ब्लाक की ग्राम पंचायता सारौतोप का निरीक्षण किया तो पंचायत भवन अधूरा व निर्माण बंद पाया। प्रधान नूर आलम ने बताया कि मनरेगा से किसी तरह का भुगतान नहीं किया गया है। ग्राम पंचायत सुधीर दुबे गांव नहीं आते हैं। सामुदायिक इज्जतघर भी अधूरा मिला। प्लास्टिक की टोटियां लगी हैं और टाइल्स नहीं लगाए हैं। सहायक खंड विकास अधिकारी से बात की तो सुधीर दुबे बिना अवकाश स्वीकृत जिले से बाहर बताए गए। सुधीर दुबे की ग्राम पंचायत सहिल्लापुर में भी पंचायत भवन व इज्जतघर अधूरा व निर्माण बंद मिला। सामुदायिक इज्जतघर में कबाड़ भरा मिला। श्रमिकों ने मजदूरी न देने की भी शिकायत की। इस पर सुधीर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं, भाऊखुर्द में पंचायत भवन की सटरिग लगी पाई और कार्य बंद मिला। सामुदायिक इज्जतघर भी अधूरा मिला। इस पर ग्राम पंचायत अधिकारी मधु यादव को कार्रवाई की चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। सैदाहा ग्राम पंचायत में भी पंचायत भवन का निर्माण बंद व अधूरा मिला, जिसे तैयार करने के लिए कई बार ग्राम विकास अधिकारी अशोक यादव को निर्देशित किया गया था। सामुदायिक इज्जतघर का भी कार्य बंद मिला और गुणवत्ता बेहद खराब मिली। पानी की टंकी टूटी मिली। अनदेखी पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत पर नाराजगी जताई। उनके माध्यम से तीन दिन में तीनों सचिवों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही दस दिन में पंचायत भवन व सामुदायिक इज्जतघर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।