प्रत्याशियों की हार-जीत पर सटोरियों का दांव
जानकार बताते हैं कि सट्टा ईमानदारी का खेल है। टीम या प्रत्याशी की हार-जीत के बाद सट्टा लगाने वाले को एजेंट रुपये पहुंचा देता है। इसमें बुकिग का
जागरण संवाददाता, कन्नौज: लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत पर सट्टे का दांव लग रहा है। पुलिस के पास इसका इनपुट है। अंदरखाने छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। हालांकि अभी तक एक भी सटोरिया हत्थे नहीं चढ़ा है।
आइपीएल को लेकर सट्टे का कारोबार काफी पुराना है। यह कारोबार दिल्ली से चलता है। टीम की हार-जीत पर बाकायदा रुपये लगाए जाते हैं। पिछले दिनों कानपुर में बड़े पैमाने पर सटोरियों के पकड़े जाने के बाद स्थानीय पुलिस भी जांच में जुट गई थी। इसी दौरान पुलिस को कुछ अहम इनपुट हाथ लगा है। बताया जाता है कि इस बार सटोरिए आइपीएल के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत पर भी दांव खेल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक इनका सरगना मैनपुरी में बैठता है। जिले में इस अवैध कारोबार की जड़ें कहां तक फैली हैं इसकी जांच कराई जा रही है। कुछ जगह चुपचाप छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। हालांकि इसमें सफलता नहीं मिल सकी। जल्द ही बड़े पैमाने पर छापेमारी कर सट्टे से जुड़े लोगों की धरपकड़ की जाएगी। पुलिस के हाथ कुछ इनपुट लगे हैं। सभी थाना प्रभारियों को सट्टे के कारोबार पर अंकुश लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही बड़ा अभियान चलाया जाएगा और इस कारोबार में लिप्त लोगों की धरपकड़ की जाएगी।
-अमरेंद्र प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक