Move to Jagran APP

प्रशासनिक अधिकारी ने बच्चों से जानी मिडडे मील की गुणवत्ता

-राज्य परियोजना महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) के निर्देश पर किया निरीक्षण -आपरेशन कायाकल्प

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Sep 2021 06:25 PM (IST)Updated: Fri, 03 Sep 2021 06:25 PM (IST)
प्रशासनिक अधिकारी ने बच्चों से जानी मिडडे मील की गुणवत्ता
प्रशासनिक अधिकारी ने बच्चों से जानी मिडडे मील की गुणवत्ता

-राज्य परियोजना महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) के निर्देश पर किया निरीक्षण

prime article banner

-आपरेशन कायाकल्प, मिशन प्रेरणा तथा मिडडे मील पर तैयार की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, कन्नौज : परिषदीय विद्यालय खुलते ही स्कूलों की शैक्षिक और तकनीकी गुणवत्ता का शासन स्तर से आकलन कराया जा रहा है। राज्य परियोजना महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) के निर्देश पर लखनऊ से आए मिडडे मील प्राधिकरण के प्रशासनिक अधिकारी ने कई स्कूलों का निरीक्षण कर आपरेशन कायाकल्प, मिशन प्रेरणा तथा मिडडे मील की गुणवत्ता को परखा। बच्चों से भोजन की गुणवत्ता की जानकारी कर रिपोर्ट तैयार की। दो दिन निरीक्षण करने के बाद इसकी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी।

शुक्रवार को राज्य परियोजना महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) अनामिका सिंह के निर्देश पर मिडडे मील प्राधिकरण के प्रशासनिक अधिकारी समीर कुमार ने सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय दंदौरा खुर्द का निरीक्षण किया। उन्हें विद्यालय में सभी व्यवस्थाएं सही मिलीं। मिडडे मील तथा अन्य सुविधाओं के बारे में बच्चों से जानकारी की। विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता देख उन्होंने प्रधानाध्यापक अमित मिश्रा की प्रशंसा की। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय तिखवा का निरीक्षण किया, वहां भी कायाकल्प का कार्य देखा और प्रधानाध्यापक को सभी 19 पैरामीटर पर कार्य कराने के निर्देश दिए। इसके बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय अनौगी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वार्डन सीमा त्रिवेदी से जानकारी की तथा विद्यालय भवन का निरीक्षण किया। छात्राओं से बात की तो उन्होंने बताया कि घर में पढ़ाई करने की अपेक्षा विद्यालय में उन्हें ज्यादा अच्छा लगता है। उन्होंने किचन में जाकर भोजन की गुणवत्ता को देखा। उच्च प्राथमिक विद्यालय जलालाबाद का भी निरीक्षण किया, जहां प्रधानाध्यापक कक्ष में लाल रंग के टाइल्स लगे मिले तो उन्होंने सफेद रंग के टाइल लगवाने के निर्देश दिए। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि जिले के करीब दस फीसद स्कूलों का पैरामीटर के आधार पर निरीक्षण किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसी आधार पर प्रदेश में जिले की रैंकिग तय होगी।

-------

इन बिदुओं पर किया निरीक्षण

-मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता

-आपरेशन कायाकल्प के कार्य

-मिशन प्रेरणा के अनुरूप शिक्षण

-पाठ्य पुस्तक व ड्रेस वितरण

-विद्यालय की रंगाई-पुताई व सफाई

-शैक्षिक गुणवत्ता एवं अनुश्रवण

-13 शैक्षिक पंजिकाएं व अभिलेख

-शिक्षकों का कार्य और व्यवहार

-आधुनिकीकरण व नवाचार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.