960 पीयर एजूकेटर्स को मिलेगा घड़ी, बैग व छाता
साल निशुल्?क कार्य करते हैं। इन पीयर एजुकेटर्स में 4
-जनपद के चार ब्लाकों में तैनात हैं आरकेएसके के पीयर एजूकेटर
-पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति किशोर-किशोरियों को कर रहे जागरूक
जागरण संवाददाता, कन्नौज: किशोर व किशोरियों को पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने में जुटे जनपद के 960 पीयर एजुकेटर्स को स्वास्थ्य विभाग नान मानीटरी इन्सेंटिव के रूप में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) का लोगो लगा छाता, बैग, दीवार घड़ी, टिफिन और पानी की बोतल देगा।
जिले के उमर्दा, सौरिख, जलालाबाद व हसेरन ब्लाकों में तैनात पीयर एजूकेटर्स पूरे साल निश्शुल्क कार्य करते हैं। इनमें 480 किशोर व 480 किशोरियां हैं। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. अवधेश कुमार जाटव ने बताया कि किशोरों के पास ऐसी अनेक समस्याएं हैं, जिनके बारे में वह न तो अपने परिजनों को कुछ बताते हैं, और न ही स्कूल में शिक्षकों से ही साझा करते हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए जिले के चार ब्लाकों के 48 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक रागिनी सचान ने बताया कि पीयर एजूकेटर का दायित्व है कि यदि वह अपने क्षेत्र के किशोर-किशोरियों की कोई समस्या हो, तो निदान के लिए उसे आशा, एएनएम, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या फिर किशोर हेल्थ सेंटर जाने की सलाह दे, ताकि उसकी समस्या का निराकरण हो सके। इन समस्याओं पर दिया जा रहा ध्यान
जिला समन्वयक ने बताया कि किशोरावस्था में होने वाली जिन विभिन्न समस्याओं पर पीयर एजुकेटर्स की ध्यान होता है, उसमें माहवारी प्रबंधन व स्वच्छता, यौन व प्रजनन क्षमता, मानसिक रोग, यौन रोग, लैंगिक हिसा, एनीमिया, नशावृति, स्वास्थ्य, स्वच्छता, यौन व प्रजनन क्षमता, यौन रोग, किशोर पोषण आदि समस्याओं पर ध्यान दिया जा रहा है।