6,439 में 768 पौधे रोपे, बाकी के 4.27 लाख डकारे
कामन इंट्रो सौरिख तालग्राम व जलालाबाद में पौधारोपण के नाम पर वर्ष 2018-19 में मनरेगा से 5.84
कामन इंट्रो : सौरिख, तालग्राम व जलालाबाद में पौधारोपण के नाम पर वर्ष 2018-19 में मनरेगा से 5.84 लाख रुपये का घोटाला सोशल आडिट में पकड़ा गया था, लेकिन एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में मामला फाइलों में दबा था। दैनिक जागरण ने इसे मुद्दा बनाकर खबरें प्रकाशित कीं तो डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने सीडीओ आरएन सिंह को निर्देश देकर डीसी मनरेगा दयाराम यादव से पुष्टि के लिए जांच कराई। जांच में घोटाले की परतें खुलने लगीं। जिसमें जलालाबाद ब्लाक की पंचायतों में 4,27,620 का घोटाला साबित हुआ है। तीनों जगह 6,439 पौधे मनरेगा से खरीदकर दिखाए गए, जबकि धरातल पर 768 ही रोपे गए। 5,671 पौधे बिना खरीद के 4,27,620 का फर्जी भुगतान पकड़ा गया है। तीनों पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारी, पूर्व प्रधान व तकनीकी सहायक दोषी मिले हैं, जिसने बराबर की वसूली के निर्देश दिए हैं। बाकी ब्लाक में उतनी धनराशि के पौधे दोबारा रोपे पाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, कन्नौज : वर्ष 2018-19 में जलालाबाद की ग्राम पंचायत कूलापुर में पौधारोपण के लिए नेहा नर्सरी से 70 रुपये की दर से 337 पौधे 23,590 रुपये के खरीदे गए थे। इसी तरह 80 रुपये की दर से 700 पौधे 56,000 रुपये के खरीदे गए। 500 रुपये की खाद व ढुलाई मिलाकर कुल 80,090 रुपये भुगतान किया गया था। आडिट में कुल 1,037 पौधे में सिर्फ 64 ही रोपित पाए गए, जबकि शेष पौधे न खरीदे और न लगाए गए हैं। इस आधार पर 68,610 का फर्जी भुगतान किया गया है। इसमें ग्राम विकास अधिकारी अरविद कुमार, पूर्व प्रधान राजीव व तकनीकी सहायक गोवर्धन लाल दोषी पाए गए हैं, जिनसे बराबर की रिकवरी के निर्देश दिए गए हैं।
इसी तरह बैसावारी ग्राम पंचायत में गोल्डन नर्सरी से 70 रुपये की दर से 285 पौधे 19,950 रुपये के व नेहा नर्सरी से 80 रुपये के हिसाब से 400 पौधे 32,000 रुपये भुगतान किया गया था। 500 रुपये खाद व ढुलाई समेत 52,450 का कुल भुगतान किया गया है, जबकि कुल 685 पौधे की जगह 64 रोपे गए हैं। यहां 47,330 रुपये का फर्जी भुगतान मिला है। ग्राम विकास अधिकारी अरविद कुमार, पूर्व प्रधान माया देवी व तकनीकी सहायक गोर्वधन लाल से बराबर की वसूली की जाएगी।
वहीं, बड़ा घोटाला अनौगी ग्राम पंचायत के पांच स्थानों पर पाया गया है। यहां जेल परिसर में 80 रुपये की दर से 1100 पौधे 88 हजार रुपये खरीदकर भुगतान दिखाया गया है, जबकि 75 पौधे देकर 82 हजार का घोटाला किया गया है। नवोदय विद्यालय में 70 रुपये की दर से 200 पौधे 14 हजार रुपये व एक हजार पौधे 80 की दर से 80 हजार रुपये खरीद कर भुगतान किया गया है। 1200 पौधे पर 94 हजार का भुगतान किया गया है, जबकि 100 पौधे दिए गए। 86 हजार की वित्तीय अनियमितता मिली है। पार्ट-2 नवोदय में 70 की दर से एक हजार पौधे 7000 रुपये के खरीदे गए, जबकि 145 पौधे दिए गए। यहां 59,850 रुपये का फर्जी भुगतान किया गया है। इसी तरह सीएचसी में 314 पौधे 70 की दर से 21,980 भुगतान हुआ, जबकि 145 पौधे दिए गए। 11,830 का फर्जी भुगतान किया गया है। वहीं, अनौगी ग्राम में 70 रुपये की दर से 200 पौधे 14 हजार रुपये के व 80 की दर से 900 पौधे 72 हजार रुपये, कुल 1100 पौधे खरीदकर 86000 रुपये भुगतान दर्शाया गया है, जबकि 145 पौधे दिए गए हैं। यहां 72 हजार की अनियमितता मिली है। कुल 3,11,680 रुपये का घोटाला मिला है। यहां के ग्राम विकास अधिकारी विनीत कुमार, पूर्व प्रधान केशकली व तकनीकी सहायक गोवर्धन लाल से बराबर की रिकवरी के डीएम ने निर्देश दिए हैं। रिकवरी न होने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।