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4466 पत्रावलियां लंबित, भटक रहे बैनामाधारक

संवाद सहयोगी छिबरामऊ जीटी रोड चौड़ीकरण को पैतृक जमीन के आधार पर लोगों को मुआवज

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 06:31 PM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 06:31 PM (IST)
4466 पत्रावलियां लंबित, भटक रहे बैनामाधारक
4466 पत्रावलियां लंबित, भटक रहे बैनामाधारक

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: जीटी रोड चौड़ीकरण को पैतृक जमीन के आधार पर लोगों को मुआवजा दिया गया, लेकिन बैनामाधारकों को अब तक एक रुपया भी नसीब नहीं हुआ है। लोग लगातार तहसील छिबरामऊ से लेकर कानपुर तक दौड़ लगा रहे हैं। कोई निष्कर्ष नहीं निकल रहा है।

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जीटी रोड फोर/सिक्स लेन निर्माण को लेकर करीब डेढ़ वर्ष भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इसमें फोरलेन चौड़ीकरण के दौरान करीब 2466 मामले बैनामा से जुड़े हैं। इसी प्रकार सिक्स लेन में करीब 2000 मामले बैनामा संबंधी हैं। बैनामा धारकों को मुआवजा देने के लिए अभी तक कोई रूपरेखा नहीं बनाई गई है। विभागीय गजट में जमीन किसी और के नाम है। वह लोग बैनामा कर चुके हैं। बैनामाधारको ने पत्रावलियां जमा की है, लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोग छिबरामऊ, कन्नौज व कानपुर के चक्कर लगा रहे हैं।

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31 जनवरी से नहीं हुआ कोई भुगतान

कानपुर स्थित भूमि अध्याप्ति कार्यालय की ओर से पत्रावलियों के आधार पर मुआवजे की धनराशि खातों में भिजवाई जाती है। 31 जनवरी को एडीएम भूमि अध्याप्ति प्रमोद शंकर शुक्ला सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद एडीएम भूमि अध्याप्ति का चार्ज बसंत लाल अग्रवाल को मिला। इस बीच अभी तक एक भी पत्रावली का मुआवजा नहीं भेजा गया है। जनवरी के बाद से करीब 1000 पत्रावलियां एडीएम भूमि अध्याप्ति कार्यालय कानपुर में लंबित हैं।

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कार्यदाई संस्था ने शुरू कराया कार्य

जीटी रोड चौड़ीकरण का कार्य कन्नौज जिले में जीआर इंफ्रा कंपनी की ओर से कराया जा रहा है। निर्धारित 80 फीसद भूमि अधिग्रहीत होने के बाद संस्था ने मिट्टी समतलीकरण का कार्य तेजी से शुरू करा दिया है। ऐसे में मुआवजा न मिलने से लोग और अधिक परेशान हैं।

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जिम्मेदार बोले

निर्विवादित पत्रावली भूमि अध्याप्ति कार्यालय कानपुर भेजी जा चुकी हैं। जनवरी से कोई भुगतान न होने की शिकायत लेकर लोग आ रहे हैं। कानपुर भूमि अध्याप्ति कार्यालय पत्र भेजकर इसकी जानकारी की जाएगी। बैनामा के आधार पर भुगतान संबंधी प्रक्रिया को लेकर अभी कोई नए निर्देश नहीं आए हैं। उच्चाधिकारियों को इस मामले की भी जानकारी दी जाएगी।

- देवेश कुमार गुप्त, एसडीएम छिबरामऊ


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