डीएवी कॉलेज के बाबू से हड़पे 3.50 लाख रुपये
कानपुर के नजीराबाद निवासी रमेश चंद्र यादव डीएवी कॉलेज में बाबू के पद पर कार्यरत है। उन्होंने बताया कि सदर कोतवाली के मंगलीपुरवा में एक रिश्तेदार निवास करते है। इस वजह से उन्होंने कन्नौज में कृषि भूमि लेने का विचार बनाया। इसी बीच उनकी मुलाकात मंगलीपुरवा निवासी राम विलास से हुई। कृषि भूमि के लिए 3.50 लाख रुपये तय हुआ।
- फर्जी दस्तावेज तैयार कर कृषि भूमि किया कब्जा
-विरोध करने पर दबंगों ने बाबू पर किया जानलेवा हमला जागरण संवाददाता, कन्नौज: दबंगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर डीएवी कॉलेज कानपुर के बाबू से 3.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। जानकारी होने पर बाबू ने इसका विरोध किया तो दबंगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। ग्रामीणों के एकत्र होने पर हमलावर मौके से भाग निकले। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
कानपुर के नजीराबाद निवासी रमेश चंद्र यादव डीएवी कॉलेज में बाबू हैं। उन्होंने बताया कि सदर कोतवाली के मंगलीपुरवा में एक रिश्तेदार रहते हैं। इस वजह से उन्होंने कन्नौज में कृषि भूमि लेने का विचार बनाया। इसी बीच उनकी मुलाकात मंगलीपुरवा निवासी रामविलास से हुई। कृषि भूमि के लिए 3.50 लाख रुपये तय हुआ। जिसके बाद उन्होंने पूरा पैसा रामविलास को दे दिया। पैसे लेने के बाद रामविलास ने 27 दिसम्बर 2018 को उपनिबंधक सदर के समक्ष बैनामा कर दिया। जिसके बाद बाबू ने बैनामा के आधार पर दाखिल खारिज करा लिया। आरोप है कि तहसीलदार से 2 दिसंबर 2019 को प्राप्त खतौनी देखी तो उनके होश उड़ गए। रामविलास ने एक दूसरे व्यक्ति सत्यराम को भी वही जमीन 1.75 लाख रुपये में बेची थी। रमेश ने रामविलास से जब इसका विरोध किया तो उसने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। ग्रामीणों के एकत्र होने पर दबंग रामविलास मौके से भाग निकला। रमेश ने मामले की तहरीर कोतवाली कन्नौज में दी। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की रिपोर्ट दर्जकर जांच की जा रही है।