एक लाख में 25 लोग मानसिक तनाव में चुन लेते मौत
ऐसे में खेल का आनंद लें और जहां पर आपको हंसी व खुशी मिले कुछ समय वहीं पर गुजारे। तनाव होने से एक लाख व्यक्तियों में से 25 लोग मौत चुन लेते हैं। इसके साथ ही प्राचार्य ने भी लेक्चर दिए और न्यूरो के इलाज को लेकर बेसिक जानकारियां दी। इस मौके पर सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह डॉ. संजय रहे। ऐसे में खेल का आनंद लें और जहां पर आपको हंसी व खुशी मिले कुछ समय वहीं पर गुजारे। तनाव होने से एक लाख व्यक्तियों में से 25 लोग मौत चुन लेते हैं। इसके साथ ही प्राचार्य ने भी लेक्चर दिए और न्यूरो के इलाज को लेकर बेसिक जानकारियां दी। इस मौके पर सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह डॉ. संजय रहे। ऐसे में खेल का आनंद लें और जहां पर आपको हंसी व खुशी मिले कुछ समय वहीं पर गुजारे। तनाव होने से एक लाख व्यक्तियों में से 25 लोग मौत चुन लेते हैं। इसके साथ ही प्राचार्य ने भी लेक्चर दिए और न्यूरो के इलाज को लेकर बेसिक जानकारियां दी। इस मौके पर सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह डॉ. संजय रहे।
-प्रतिस्पर्धा में रखें साहस और तनाव में रहकर हो जाते हैं कमजोर
-हद को पार कर पढ़ाई व खेल दोनों खतरनाक, हंसी व खुशी जरुरी
संवाद सहयोगी, तिर्वा : मानसिक तनाव में आकर एक लाख व्यक्ति में से 25 लोग खुदकशी कर लेते। अंदर से टूट जाते और साहस हारकर मौत को चुन लेते हैं। कोई भी काम हद से ज्यादा न करें। चाहे पढ़ाई हो या फिर खेल। समय-समय पर खेल और पढ़ाई करें। हंसी-खुशी से जो हासिल हो, उसी को जीत मानें। यह बात मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. विपुल ने कही है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के शैक्षणिक भवन एलटी-थ्री में मानसिक तनाव को लेकर संगोष्ठी का आयोजन प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार की अगुवाई में किया गया। इसमें जूनियर व सीनियर डॉक्टर के अलाव एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि पढ़ाई जरुरी है, लेकिन उसका तनाव न लें। परीक्षाओं के समय अधिकांश बच्चे तनाव से ग्रसित हो जाते हैं। ऐसे में खेल का आनंद लें और जहां पर आपको हंसी व खुशी मिले, कुछ समय वहीं पर गुजारे। तनाव होने से एक लाख व्यक्तियों में से 25 लोग मौत चुन लेते हैं। इसके साथ ही प्राचार्य ने भी लेक्चर दिए और न्यूरो के इलाज को लेकर बेसिक जानकारियां दी। इस मौके पर सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह, डॉ. संजय रहे।