मेडिकल कालेज में 16 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा
संवाद सहयोगी, तिर्वा : राजकीय मेडिकल कालेज में अभी तक सीनियर डॉक्टरों की ही कमी थी, लेि
संवाद सहयोगी, तिर्वा : राजकीय मेडिकल कालेज में अभी तक सीनियर डॉक्टरों की ही कमी थी, लेकिन अब तो जूनियर डॉक्टरों की भी किल्लत हो गई। 16 जूनियर डॉक्टर नौकरी को छोड़कर जा चुके और वेतन न मिलने से अन्य डॉक्टर भी नौकरी से इस्तीफा देने पर उतारू हो गए।
राजकीय मेडिकल कालेज की ओपीडी व इमरजेंसी जूनियर डॉक्टरों के भरोसे ही चल रही है। सीनियर डॉक्टरों तो महज 10 की तैनाती है और करीब 30 पद रिक्त है। अप्रैल में जूनियर डॉक्टरों के साक्षात्कार कराने के बाद 80 डॉक्टरों को तैनाती मिली थी। कुछ दिनों तक डॉक्टरों से सुचारु रूप से काम किया, लेकिन समस्याएं बढ़ जाने से डॉक्टर परेशान हो गए। अभी तक 16 जूनियर डॉक्टर नौकरी को छोड़कर जा चुके। वेतन न मिलने पर और भी डॉक्टर नौकरी छोड़ने के लिए उतारू हो गए। डॉक्टरों ने बताया कि वेतन के अलावा मेडिकल कालेज में कई दिक्कतें है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिलीप ¨सह ने बताया कि नौकरी छोड़ने वाले डॉक्टरों को स्थायी सरकारी अस्पतालों में नौकरी मिली गई है। कुछ डॉक्टरों का परास्नातक की पढ़ाई करने के लिए नंबर आ गया था। वेतन को लेकर कोई डॉक्टर नौकरी छोड़कर नहीं गया है।