कन्नौज में 12 लाख पौधे लगाने को मिली जगह
जागरण संवाददाता कन्नौज वन विभाग ने पौधारोपण के लिए 600 हेक्टेयर जमीन की तलाश कर ली है
जागरण संवाददाता, कन्नौज : वन विभाग ने पौधारोपण के लिए 600 हेक्टेयर जमीन की तलाश कर ली है, जहां जुलाई या अगस्त में 12 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह लक्ष्य सिर्फ वन विभाग का है, जिसे पूरा करने के लिए वन क्षेत्र में सिर्फ 95 हेक्टेयर ही जमीन मिली थी। ग्राम पंचायतों से जमीन मांगी गई थी, लेकिन अधिकांश जगह पर कब्जा होने के कारण प्रधानों ने हाथ खड़े कर दिए थे। दैनिक जागरण ने यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसका संज्ञान
लेकर विभाग ने अलग-अलग वन क्षेत्र में जमीन ढूंढ कर चिह्नित कर ली है, जहां अब 12 लाख गड्ढे खोदने की तैयारी की जाएगी।
16,82,035 पौधों की नहीं चिता
जिलेभर में कुल 28,82,035 पौधे लगाए जाएंगे। इसमें वन विभाग को छोड़कर राजस्व, पंचायत, कृषि, ग्राम्य विकास समेत अन्य विभाग 16,82,035 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है, लेकिन यह विभाग गंभीर नहीं है। किसी तरह की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, जबकि ग्राम्य विकास विभाग को खुद पौधे तैयार करना है।इसी तरह वर्ष 2022 में 35 लाख पौधे रोपे जाने हैं।
वन विभाग ने वन क्षेत्र में 12 लाख पौधे लगाने के लिए 600 हेक्टेयर जमीन चिह्नित कर ली गई, जहां गड्ढे खोदे जाएंगे। अन्य विभागों की भी तैयारी चल रही है। डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी को निर्देश दिए गए थे।
-जेएल गुप्ता, प्रभागीय वन अधिकारी।
रास्ता खुलवाने को लेकर आमरण अनशन पर बैठी महिला
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: रास्ते पर पक्का निर्माण कराने का आरोप लगाते हुए महिला ने अफसरों से शिकायत की। सुनवाई न होने पर आमरण अनशन बैठ गई।
कोतवाली छिबरामऊ के गांव अहिरुआ राजारामपुर निवासी मिथिलेश कुमारी सोमवार को तहसील परिसर पहुंची। एसडीएम कार्यालय के सामने दरी बिछाकर आमरण अनशन पर बैठ गई। उन्होंने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों ने इस रास्ते पर पक्की चरनी व चबूतरा बना दिए। इसके बाद गाय भैंस बांधकर इसको बंद कर दिया। रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाने से निकलने की जगह नहीं मिल रही है। कई बार इसको लेकर प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस रास्ते को लेकर उनके साथ मारपीट भी की जा चुकी है। सिर फटने से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। थाने पर शिकायत किए जाने के बाद भी समस्या का कोई हल नहीं कराया गया। इस वजह से वह आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। जानकारी होने पर एसडीएम धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने महिला से वार्ता की। हालांकि दोपहर बाद तक महिला तहसील परिसर में ही बैठी थी। एसडीएम देवेश कुमार गुप्त ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बाद भी वह आमरण अनशन पर बैठी हैं। टीम को भेजकर जांच कराई गई है।