Move to Jagran APP

सपा को दोहरा झटका, बबीना के बागी ने थामा भगवा

फोटो : लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते वीरेन्द्र प्रताप सिंह। ::: 28 एसएचवाइ 7 ::: द

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 07:23 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 07:25 PM (IST)
सपा को दोहरा झटका, बबीना के बागी ने थामा भगवा
सपा को दोहरा झटका, बबीना के बागी ने थामा भगवा

फोटो :

loksabha election banner

लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते वीरेन्द्र प्रताप सिंह।

:::

28 एसएचवाइ 7

:::

दीपमाला कुशवाहा को अपना दल की सदस्यता ग्रहण करातीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल।

:::

0 लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष ग्रहण की सदस्यता

0 टिकिट कटने के बाद से लगाई जा रही थी अटकलें

0 सपा हाइकमान के ़फैसले पर कटाक्ष कर बगावत के दे दिए थे संकेत

0 सपा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में कई पदों पर रह चुकीं दीपमाला कुशवाहा ने अपना दल की सदस्यता ली

झाँसी : जातीय तानाबाना बुनकर जीत की पटकथा लिखने की कोशिश कर रही समाजवादी पार्टी को झाँसी में दोहरा झटका लगा है। बबीना सीट से टिकिट माँग रहे पूर्व ़िजला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र प्रताप सिंह (वीरू) ने आखिर साइकिल की सवारी छोड़कर भगवा थाम लिया। बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा के साथ लखनऊ जाकर प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उधर, सपा के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) में विभिन्न पदों पर रह चुकीं दीपमाला कुशवाहा ने भाजपा के सहयोगी संगठन अपना दल की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

झाँसी में समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में मऊरानीपुर से विधायक रह चुकीं डॉ. रश्मि आर्य ने सपा को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया था। अब वह सपा प्रत्याशी के लिए ही बड़ी चुनौती बनने जा रही हैं। इस झटके से पार्टी उबर भी नहीं पाई थी कि अब एक और सपाई ने पाला बदल लिया है। दरअसल, बबीना सीट से पूर्व ़िजला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी से टिकिट माँगा था। तमाम कोशिशों के बाद भी पार्टी ने पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव के पुत्र यशपाल सिंह पर दूसरी बार दाँव लगा दिया। पार्टी के इस निर्णय पर वीरेन्द्र ने सोशल मीडिया पर 'फिर परिवार वाद जीता-समाजवाद हारा' जैसा कटाक्ष कर बगावत के खुले संकेत दे दिए थे। सोशल मीडिया पर ही उन्होंने चुनावी महासंग्राम में आने का भी दावा कर दिया था। इसके बाद से ही वीरेन्द्र प्रताप को लेकर राजनैतिक गलियारों में चर्चाएं चल रही थीं। कुछ राजनैतिक जानकार उनके कौंग्रेस से सम्पर्क में होने का दावा कर रहे थे और यह तक कहा जाने लगा था कि वीरेन्द्र बबीना से कौंग्रेस प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं। शुक्रवार को राजनैतिक घटनाक्रम अचानक बदल गया और सोशल मीडिया पर ही वीरेन्द्र प्रताप के भाजपा में शामिल होने की तस्वीर दौड़ने लगी। बताया गया कि बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा के साथ वह लखनऊ गए और प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वीरेन्द्र प्रताप के इस पलटवार से सपा को बड़ा झटका लग सकता है। बबीना विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में दखल रखने वालों का कहना है कि राजापुर सीट से ़िजला पंचायत सदस्य रह चुके वीरेन्द्र का यहाँ के दो दर्जन गाँवों के मतदाताओं पर गहरा प्रभाव है। उधर, समाजवादी पार्टी की पूर्व सचिव रहीं व अभी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की प्रदेश महासचिव दीपमाला कुशवाहा ने भी सपा गठबन्धन से दामन छुड़ा लिया है। शुक्रवार को लखनऊ जाकर अपना दल की अनुप्रिया पटेल से मुलाकात कर उन्होंने सदस्यता ग्रहण की।

विधानसभा चुनाव की कर रही थीं तैयारी

दीपमाला कुशवाहा 2 बार से सपा से टिकिट की माँग रही थीं। वर्ष 2017 में पुख्ता आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने प्रचार अभियान भी छेड़ दिया था, लेकिन फिर यह सीट सपा-कौंग्रेस गठबन्धन के खाते में चली गई और कौंग्रेस को टिकिट मिल गया। इसके बाद सपा में टूट हो गई और शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली तो दीपमाला भी उनके साथ चली गई। इस बार भी वह टिकिट माँग रही थीं, लेकिन पार्टी ने हाल ही में बसपा से आए सीताराम पर दाँव लगा दिया। लगातार उपेक्षा होने से नारा़ज दीपमाला ने आखिर पार्टी को अलविदा कहते हुए अपना दल की सदस्यता ग्रहण कर ली।

मऊरानीपुर सीट की प्रभारी बनाई गई दीपमाला, स्टार प्रचारक भी होंगी

सपा के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में रहीं दीपमाला कुशवाहा को अपना दल में मऊरानीपुर सीट का प्रभारी बनाया गया है। उन्हें इस सीट को जिताने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है तो अपना दल ने स्टार प्रचारक भी बनाया है।

यह बोलीं दीपमाला

अपना दल की सदस्यता ग्रहण करने के बाद दीपमाला कुशवाहा ने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा लगातार उपेक्षा की जा रही थी। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की भी उपेक्षा हो रही है। उन्हें समाज की प्रगति के लिए काम करना है, जिसके लिए राजनीति में सक्रिय स्थान होना चाहिए। लगातार उपेक्षा के कारण ही गठबन्धन छोड़कर अपना दल की सदस्यता ग्रहण की है।

फाइल : राजेश शर्मा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.