अब जमाखोर नहीं कर पाएंगे 'साँसों' का सौदा
0 ़िजला प्रशासन ने ऑक्सिजन वितरण की पूरी व्यवस्था बदली 0 अलग-अलग ऑक्सिजन एजेन्सी से जोड़े कोविड हॉस
0 ़िजला प्रशासन ने ऑक्सिजन वितरण की पूरी व्यवस्था बदली
0 अलग-अलग ऑक्सिजन एजेन्सी से जोड़े कोविड हॉस्पिटल
0 प्रत्येक एजेन्सी पर निजी अस्पताल का कोटा तय, मैजिस्ट्रेट रखेंगे निगरानी
झाँसी : कोरोना मरी़जों के लिए जीवनदायिनी ऑक्सिजन की पूरी व्यवस्था अब प्रशासन ने अपने हाथ में ले ली है। पहरा इतना सख्त कर दिया है कि जमाखोर कोशिश के बाद भी साँसों का सौदा नहीं कर पाएंगे। प्रशासन ने प्रत्येक ऑक्सिजन एजेन्सी से कोविड अस्पतालों को लिंक कर दिया है तो प्रत्येक एजेन्सी पर मैजिस्ट्रेट की तैनाती भी कर दी है।
कोरोना महामारी ने अब जान से खेलना शुरू कर दिया है। महामारी का सीधा अटैक फेफड़ों पर हो रहा है और मरी़ज साँसों के लिए छटपटाने लगता है और जब तक कृत्रिम ऑक्सिजन नहीं मिल जाती, मरी़ज की हालत में सुधार नहीं होता है। इन हालातों ने एकाएक ऑक्सिजन की डिमाण्ड बढ़ा दी है। झाँसी में 40 सरकारी व निजी कोविड हॉस्पिटल तैयार किए गए हैं। इन अस्पतालों में प्रतिदिन लगभग 20 ह़जार लिटर ऑक्सिजन की आवश्यकता है। पिछले कुछ दिन से ऑक्सिजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। दरअसल, झाँसी में 4 ऑक्सिजन एजेन्सी हैं, जहाँ से अब तक बिना नियन्त्रण के ही ऑक्सिजन का वितरण किया जा रहा था, जिससे कुछ जमाखोर साँसों की कालाबा़जारी करने लगे थे, लेकिन प्रशासन ने अब ऑक्सिजन वितरण की पूरी व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है। ़िजलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि झाँसी में 40 सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड संक्रमित मरी़जों को भर्ती कराया जा रहा है। इन हॉस्पिटल में ऑक्सिजन को लेकर अफरा-तफरी मच रही थी। इस पर नियन्त्रण करने के लिए अब 10-10 हॉस्पिटल का ग्रुप बनाया गया है और प्रत्येक ग्रुप के लिए ऑक्सिजन की एजेन्सी तय कर दी गई है। एजेन्सी पर मैजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जो प्रत्येक अस्पताल में ऑक्सिजन की आवश्यकता के अनुरूप ही सिलिण्डर उपलब्ध कराएंगे।
ऑक्सिजन के लिए कई राज्यों के सम्पर्क में प्रशासन
ऑक्सिजन वितरण की व्यवस्था में परिवर्तन करने के साथ ही ़िजलाधिकारी ने अब ऑक्सिजन की उपलब्धता पर फोकस कर लिया है। देश के हर उस राज्य से सम्पर्क साधा जा रहा है, जहाँ से ऑक्सिजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। प्रयास किए जा रहे हैं कि हर दूसरे दिन देश के किसी भी कोने से एक टैंकर ऑक्सिजन झाँसी को उपलबध हो सके।
1700 बेड, 1,685 ऑक्सिजन सिलिण्डर
़िजलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि बेड की कमी को दूर करने की हर सम्भव कोशिश की जा रही है। अब तक 1700 बेड तैयार कर लिए गए हैं तो 1,685 ऑक्सिजन सिलिण्डर का स्टोर भी कर लिया गया है।
फाइल : राजेश शर्मा