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पहली बार एक दिन में1 ह़जार से अधिक मिले संक्रमित, 5 की मौत

कोरोना ने तोड़ा रिकॉर्ड - 20 ह़जार को पार कर गई संक्रमित मरी़जों की संख्या - युवाओं में लगातार बढ

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 10:14 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 10:14 PM (IST)
पहली बार एक दिन में1 ह़जार से अधिक मिले संक्रमित, 5 की मौत
पहली बार एक दिन में1 ह़जार से अधिक मिले संक्रमित, 5 की मौत

कोरोना ने तोड़ा रिकॉर्ड

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- 20 ह़जार को पार कर गई संक्रमित मरी़जों की संख्या

- युवाओं में लगातार बढ़ रहा है संक्रमण का ख़्ातरा

झाँसी : कोरोना का नया स्ट्रेन हर दिन के साथ घातक होता जा रहा है। जनपद में पहली बार एक दिन में 1 ह़जार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिले, जिससे कोरोना मरी़जों का आँकड़ा 20 ह़जार के पार पहुँच गया है। शुक्रवार को 5 लोगों की मौत भी हो गई है। जनपद में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 211 हो गई है।

कोविड-19 का यह नया स्ट्रेन बच्चों और युवाओं को अधिक प्रभावित कर रहा है। पिछले 15 दिन की कोरोना रिपोर्ट पर ऩजर डालें तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। महामारी ने 1 साल से लेकर 30 वर्ष तक के युवाओं को अपनी चपेट में लिया है। आज महानगर में फूटे कोरोना बम में युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। शुक्रवार को कोविड लैब से जारी बुलेटिन के अनुसार झाँसी में कोरोना संक्रमित 1,022 नए नए केस मिले हैं। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 20,603 पहुँच गया है। आज उपचार के दौरान 5 मरी़जों ने दम तोड़ दिया। राहत भरी ख़्ाबर यह भी है कि आज कोरोना से जंग लड़कर 387 मरी़ज अपने घर लौट गए। ़िजला प्रशासन और चिकित्सीय प्रशासन संयुक्त रूप से बार-बार लोगों से मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाने की अपील करने के साथ ही लाभार्थियों से कोविड वैक्सिनेशन की अपील कर रहा है। लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही का ही नती़जा है कि कोविड के मरी़ज बढ़ने लगे हैं। ़िजला प्रशासन द्वारा जारी कोविड बुलेटिन में कोविड लैब में कुल 4,473 व्यक्तियों की कोविड जाँच की गई। इसमें आरटीपीसीआर से 1,717, ट्रूनेट से 63 एवं ऐण्टिजन से 2,693 व्यक्तियों के सैम्पल लिए गए। अब नए संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों के सैम्पल लेकर जाँच के लिए भेज दिए गए हैं। आज मिले संक्रमित व्यक्तियों में एक 2 साल का बालक भी शामिल है। सक्रिय केस की संख्या 6,881 हो गई जबकि रिकवरि रेट 65.57 प्रतिशत है।

आवश्यकता 100 की, मिले 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन

0 ़िजला चिकित्सालय में कोरोना का उपचार करा रहे मरी़जों को भेजे इंजेक्शन

झाँसी : कोरोना का आक्रमण तेज होते ही आवश्यक दवाओं व संसाधनों का अभाव होने लगा है। हालात का अन्दाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ़िजला अस्पताल ने 100 जीवनदायक रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमाण्ड की, लेकिन 5 इंजेक्शन ही उपलब्ध कराए जा सके।

कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए ़िजला प्रशासन ने ़िजला चिकित्सालय की ओपीडी बन्द कराकर इसे एल-2 हॉस्पिटल के रूप में तब्दील कर दिया है। इस हॉस्पिटल में मरी़जों के लिए 50 बेड आरक्षित किए गए हैं। लगभग सभी बेड मरी़जों से फुल हैं। उपचार में जुटे चिकित्सकों ने कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर प्रतिदिन 100 रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की माँग की थी। स्वास्थ्य विभाग ने गत दिवस 5 इंजेक्शन चिकित्सालय को उपलब्ध कराए। चिकित्सकों के अनुसार कोरोना से गम्भीर रूप से जूझ रहे प्रत्येक मरी़ज को कम से कम 5 इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ती है। यहाँ 20 मरी़ज ऐसे हैं, जिन्हें इंजेक्शन की आवश्यकता है।

फोटो : 23 जेएचएस 15

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झाँसी : वीरांगना होटल में का़ग़जी कार्यवाही करता पैरा मेडिकल स्टाफ। -जागरण

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बेड फुल, ़जमीन पर लेटकर इलाज करा रहे मरी़ज

0 मरी़जों की बढ़ती संख्या देख ़िजला चिकित्सालय में बेड बढ़ाने की तैयारी

0 मेडिकल कॉलिज की पुरानी बिल्डिंग के 8 वॉर्ड न खुलने से व्यवस्था चरमराई

झाँसी : कोविड-19 के बढ़ते प्रसार ने हर दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले रखा है। ऐसे में सरकारी से लेकर प्राइवेट चिकित्सालयों में उपचार को लेकर मरी़ज और उनके परिजनों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आलम यह बन गए हैं अस्पतालों में बेड न होने की दशा में मरी़ज ़जमीन पर लेटकर उपचार लेने को मजबूर हैं। ़िजला प्रशासन भले ही कई होटल और सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल को अधिग्रहण कर उन्हें कोविड चिकित्सालय में तब्दील कराने की कवायद में जुटा हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि जब मरी़ज चिकित्सालय पहुँचता है तो उसे सिर्फ एक ही जवाब मिल रहा है- 'सॉरी नो बेड।'

इन दिनों महानगर में कोराना उपचार को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। सीमित संसाधन होने के कारण प्रशासनिक मशीनरी के साथ ही आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं वेण्टिलेटर की कमी है, तो कहीं बेड की। ऑक्सिजन की मात्रा सीमित होने के कारण अधिकतर चिकित्सालय मरी़जों को उपचार देने से मना कर रहे हैं। ऐसे में मरी़ज व उनके परिजनों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही हाल एल-3 कोविड हॉस्पिटल का है। यहाँ 60 से अधिक मरी़ज ़जमीन पर लेटकर उपचार कराने को मजबूर हैं। यह स्थिति तब है जब मेडिकल कॉलिज प्रशासन के पास 400 से अधिक बेड खाली पड़े हैं। दरअसल मेडिकल कॉलिज पुरानी बिल्डिंग में इन दिनों किसी भी प्रकार के मरी़ज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। केवल वॉर्ड क्रमांक 9 और 10 को कोविड वॉर्ड बनाकर मरी़जों को उपचार पर रखा जा रहा है। शेष 8 वॉर्ड खाली पड़े हुए हैं। यदि प्रशासन यह वॉर्ड कोरोना मरी़जों के उपचार के लिए खुलवाता है, तो काफी हद तक मरी़जों को इससे लाभ मिल सकेगा। इसी तरह वीरांगना होटल को भी कोविड हॉस्पिटल के रूप में तब्दील कर यहाँ 60 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। इस होटल में पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती भी हो गई है। एक-दो दिन में यहाँ मरी़ज भर्ती होने शुरू हो जाएंगे। इसी तरह ़िजला चिकित्सालय में भी कोरोना संक्रमित मरी़जों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहाँ बेड बढ़ाए जाने की कवायद शुरू हो गई है।

चेतावनी के बाद मरी़जों के उपचार में जुटे नर्सिग होम

झाँसी : कोरोना मरी़जों के उपचार के लिए चिह्नित किए गए 35 नर्सिग होम में से 16 ने मरी़जों को उपचार देने से मना क्या किया, ़िजलाधिकारी ने इन नर्सिग होम को आड़े हाथ लेते हुए संचालकों को पानी-बिजली का कनेक्शन काटने की चेतावनी दी। ़िजलाधिकारी ने निर्देश दिए थे कि यदि शुक्रवार तक इन चिकित्सालयों ने मरी़जों को उपचार पर रखने की सहमति नहीं जताई तो इनके ख़्िाला़फ कार्यवाही करते हुए चिकित्सालयों का बिजली व पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा। ़िजलाधिकारी की चेतावनी का असर इन चिकित्सालयों के संचालकों पर देखने को मिला। उन्होंने शुक्रवार से ही कोरोना संक्रमित मरी़जों को उपचार पर रखने की कवायद शुरू कर दी है।

चौराहों पर जान सकेंगे कोविड अस्पताल की स्थिति

झाँसी : कोविड संक्रमित व्यक्तियों को उपचार को लेकर कई विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। किस हॉस्पिटल में कैसी सुविधा मिल रही है, इसको लेकर ़िजला प्रशासन ने पहले तो कोविड कण्ट्रोल रूम की स्थापना कराकर 4 नम्बर जारी किए हैं। इन नम्बर पर व्यक्ति फोन लगाकर कोविड उपचार से सम्बन्धित जानकारी ले रहे हैं। अब ़िजला प्रशासन ने नगर निगम के सहयोग से महानगर के सार्वजनिक चौराहों पर प्राइवेट नर्सिग होम की होर्डिग लगवाकर हॉस्पिटल में मिल रही सुविधाओं का प्रचार-प्रसार करवा रहा है। ऐसा इसलिए ताकि व्यक्ति होर्डिग में अंकित किए गए सम्बन्धित चिकित्सालयों के नम्बर पर फोन घुमाकर वहाँ मिलने वालीं सुविधाओं की जानकारी ले सकें।

नरेन्द्र प्रताप सिंह

समय 9 बजे

दिनांक 23 अप्रैल


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