Move to Jagran APP

आओ हँस लें : 24 अप्रैल 2021 के अंक के लिए

0 दादा- आजकल न तुम मुझे सिगरेट पीने से रोकती हो और न शराब पीने से। क्या हुआ मुझसे तुम्हारी सारी शिका

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 06:37 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 06:37 PM (IST)
आओ हँस लें : 24 अप्रैल 2021 के अंक के लिए
आओ हँस लें : 24 अप्रैल 2021 के अंक के लिए

0 दादा- आजकल न तुम मुझे सिगरेट पीने से रोकती हो और न शराब पीने से। क्या हुआ मुझसे तुम्हारी सारी शिकायतें ख़्ात्म हो गयी?

loksabha election banner

दादी : नहीं शिकायतें तो आज भी तुमसे बहुत हैं लेकिन तुमने 10 साल पहले जो एलआइसी करवायी थी, उसके फायदों के बारे में मुझे एक महीने पहले ही पता चला।

:::

0 रेलवे टीसी- बाबा कहाँ जाओगे?

साधु- वहाँ, जहाँ राम का जन्म हुआ है।

रेलवे टीसी- टिकिट दिखाओ?

साधु- वो तो नहीं है बच्चा।

रेलवे टीसी- तो फिर चलो!

साधु- कहाँ?

रेलवे टीसी- वहाँ, जहाँ कृष्ण का जन्म हुआ।

:::

0 चिंकी- पिंकी, तेरे घर में तो एक भी मच्छर नहीं है। तुम मच्छरों को भगाने के लिए क्या करती हो?

पिंकी- रो़ज एक मच्छर मार देती हूँ।

चिंकी- उससे क्या होगा?

पिंकी- उससे यह होता है कि बाकी सारे मच्छर उसकी अन्तिम यात्रा में चले जाते हैं और घर मच्छर मुक्त हो जाता है।

:::

0 बच्चे ने होमवर्क करते समय पापा से पूछा-

बच्चा : पापा, ये पछतावा क्या होता है?

(पापा की कुछ भी समझ में नहीं आया तो उन्होंने बच्चे की मम्मी की तरफ देखा)

बच्चा- पापा आप परेशान न हों, मैं समझ गया।

:::

0 पति (गुस्साते हुए)- जब अक्ल बट रही थी, उस समय तुम क्या कर रही थी?

पत्‍‌नी (शर्माते हुए)- प्राणनाथ, उस समय तो मैं आपके साथ फेरे ले रही थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.