तमिलनाडु एक्सप्रेस में बदमाशों की धमाचौकड़ी
- 2 यात्रियों का सामान उड़ाया झाँसी : ट्रेन के स्लीपर कोच में बदमाशों ने 2 यात्रियों का सामान चोरी
- 2 यात्रियों का सामान उड़ाया
झाँसी : ट्रेन के स्लीपर कोच में बदमाशों ने 2 यात्रियों का सामान चोरी कर लिया। पता चलने पर यात्रियों ने खूब हंगामा किया। जीआरपी थाना में मु़कदमा दर्ज कर लिया गया है।
ट्रेन संख्या 12622 तमिलनाडु एक्सप्रेस एस-8 कोच में नई दिल्ली निवासी अनिल सिंह अपने मित्र के साथ स़फर कर रहे थे। रात लगभग 2.40 बजे ट्रेन ग्वालियर स्टेशन से चली, तभी बदमाशों ने उनकी नींद का फायदा उठाकर उनका सूटकेस चोरी कर लिया। सूटकेस में 50 ह़जार रुपए व अन्य सामान रखा हुआ था। ट्रेन के झाँसी आने के पहले उनकी नींद खुली, तो देखा कि सूटकेस गायब था। इस पर उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। कोच में उन्होंने सूटकेस तलाशा, पर नहीं मिला। ट्रेन के झाँसी स्टेशन आने पर उन्होंने घटना की जानकारी रेलवे पुलिस को दी। पुलिस उनसे मामले की जानकारी ले ही रही थी कि इसी ट्रेन के एस-5 कोच में स़फर कर रहे तमिलनाडु निवासी एक अन्य युवक ने भी अपना सामान चोरी होने की जानकारी दी। बताया कि उसके बैग में 10 ह़जार रुपए रखे थे। दोनों यात्रियों की तहरीर पर जीआरपी ने अज्ञात के विरुद्ध मु़कदमा दर्ज कर लिया।
रेलवे पुलिस को चुनौती तो नहीं
हाल ही में जीआरपी ने इन्दौर-बरेली साप्ताहिक एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से गायब हुए सामान के मामले में 3 अपराधियों पर कार्यवाही की है। उस गैंग के अधिकांश सदस्य ग्वालियर व मुरैना के आसपास के ही हैं। ऐसे में अपराधियों की धरपकड़ के 1 दिन बाद ही फिर से रात में यात्रियों का सामान चोरी होना बता रहा है कि बदमाश रेलवे पुलिस के समक्ष चुनौती पेश कर रहे हैं। हालाँकि जीआरपी का दावा है कि उस मामले की तरह इस मामले में भी अपराधियों की शीघ्र धरपकड़ कर ली जाएगी।
आवास किसी का, रह रहा कोई : हो रहा था अवैध व्यापार
- आरपीएफ ने की कार्यवाही, 2 रेल कर्मचारियों के ख़्िाला़फ जाँच शुरू
झाँसी : रेलवे के आवास में अवैध व्यापार करना 5 युवकों को भारी पड़ गया, तो इसकी गाज 2 रेल कर्मचारियों पर भी गिरी। आवास पर मिले युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कर्मचारियों के विरुद्ध जाँच शुरु हो गयी है।
अपर मण्डल रेल प्रबन्धक संजय सिंह नेगी को सूचना मिली कि जीआरपी थाना के पास बने रेल आवास सी-102 में अवैध व्यापार किया जा रहा है, जो अनाधिकृत वेण्डिंग से सम्बन्धित है। एडीआरएम के निर्देश पर जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने आरपीएफ के उप निरीक्षक प्रहलाद सिंह परिहार व टीम के साथ आवास पर छापा मारा। इस दौरान आवास पर 5 युवक अवैध व्यापार करते हुए पकड़े गये, सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। यह आवास वैगन मरम्मत कारखाना के मुख्य कारखाना अधीक्षक डीएस मीणा को आवण्टित किया गया था, जिसके दुरूपयोग पर उनके विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया गया। जाँच के दौरान उक्त आवास में डी़जल लोको शेड के टेक्निशन द्वितीय शीतल प्रसाद मीणा अनाधिकृत रूप से निवास करते मिले। वह बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति लिए दूसरे कर्मचारी के नाम पर आवण्टित आवास में रह रहे थे। इनके ख़्िाला़फ रेलवे सेवा आचरण नियमावली के अन्तर्गत आरोप पत्र दाखिल किया गया है, तो दोनों कर्मचारियों के ख़्िाला़फ जाँच भी शुरू कर दी गई।
फाइल : हिमांशु वर्मा
समय : 8.05 बजे
26 नवम्बर 2018