अगस्त से गूँजने लगेगी रघुनाथ राव महल में बच्चों की किलकारी
झाँसी : राज्य पुरातत्व विभाग से अनुमति मिलने के बाद नगर निगम द्वारा नई बस्ती के वॉर्ड क्रमांक 11 में
झाँसी : राज्य पुरातत्व विभाग से अनुमति मिलने के बाद नगर निगम द्वारा नई बस्ती के वॉर्ड क्रमांक 11 में स्थित रघुनाथ राव महल में कराए जा पार्क निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगस्त माह तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। पुरातत्व विभाग और नगर निगम की मंशा है कि इस पार्क का द्वार अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में क्षेत्रवासियों के लिए खोल दिया जाए।
शहर को स्मार्ट सिटि का द़र्जा मिलने के बाद शहर में चारों ओर स्वच्छता और सुन्दरता को लेकर काम कराए जा रहे हैं। शहर के हर क्षेत्र में घनी आबादी के बीच एक पार्क के निर्माण की योजना है। और इसी के तहत रघुनाथ राव महल को चुना गया है। कोतवाली क्षेत्र के नई बस्ती में मराठा नरेश रघुनाथ राव (तृतीय) ने सन् 1835-1838 के बीच इस महल का निर्माण कराया था। समय के थपेड़ों की चपेट में आकर यह महल अपना अस्तित्व खो बैठा। राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने का नतीजा यह निकला कि इस महल के आसपास लोगों ने ़कब़्जे कर लिए। स्मार्ट सिटि के लिए केन्द्र सरकार द्वारा ख़्ाजाने का मुँह खोले जाने के बाद नगर निगम प्रशासन ने इस महल की सुध ली और इसकी दशा और दिशा सुधारने के लिए पहल की। पुरातत्व विभाग से अनापत्ति पत्र मिलने के बाद नगर निगम ने अमृत योजना के तहत महल में पार्क निर्माण कराना शुरू कर दिया। नगर निगम की इस योजना से नई बस्ती के साथ ही इसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की पार्क की हसरत पूरी हो जाएगी। निर्माण कार्य में जुटे कर्मचारियों को निगम ने निर्देशित किया गया है कि वह काम की गति में ते़जी लाएं, ताकि अगस्त के प्रथम सप्ताह में इसे आम जनता को समर्पित किया जा सके। इस पार्क को लक्ष्मीबाई पार्क की भाँति तैयार किया जा रहा है। पार्क के अन्दर एक प्रतिमा भी लगाई जाएगी, पर अभी यह तय नहीं हुआ है कि यह प्रतिमा किसकी होगी। इसके अलावा यहाँ भव्य फव्वारा लगाया जा रहा है। यहाँ विभिन्न प्रजातियों के पौधों से युक्त फुलवारी भी तैयार की जाएगी। लोगों के बैठने के लिए रंग-बिरंगी बेंच होगी और टहलने के लिए ट्रैक। खास बात यह कि यहाँ लगाए जाने वाले लाउडस्पीकर पर सुबह सुगम संगीत बजेगा। यहाँ बने शिव मन्दिर के जीर्णोद्धार की भी योजना है, इसको आकर्षक स्वरूप देने का ब्लू प्रिण्ट तैयार है। बच्चों के खेलने के लिए हरी घास से सजा मैदान होगा, तो मनोरंजन के लिए आकर्षक झूले। पार्क में आने वाले सैलानियों को धूप और बरसात से बचाने के लिए शेड का निर्माण भी कराया जाएगा। पुरातत्व अधिकारी एसके दुबे ने बताया है कि पार्क का निर्माण पूरा होने के बाद महल की चहारदीवारी का जीर्णोद्वार कराया जाएगा और सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर फेंसिंग कराई जाएगी। रघुनाथ राव महल के पुरातात्विक महत्व के साथ कोई खिलवाड़ न हो, इसके लिए निर्माण कार्य में लाल पत्थर का प्रयोग किया जाएगा। इसको लेकर विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। पार्क का निर्माण पूरा होने के बाद पुरातत्व विभाग मुख्यालय को प्रस्ताव भेजकर अगली कार्यवाही की तैयारी करेगा।
फिर चमकेगी नाट्यशाला
झाँसी : मराठा नरेश रघुनाथ राव (तृतीय) ने झाँसी नगर के परकोटे के बाहर बनवाए गए इस महल के अन्दर बारादरी और नाट्यशाला स्थापित कराई थी, जहाँ कभी संगीत की महफिल लगा करती थी। इस महल को मराठा, यूरोपियन और मुगल शैली से सुसज्जित कराया गया था। कालान्तर में सभी अपने महत्व को खो बैठे। महल के अन्दर मैदान को चमकाने की जिम्मेवारी नगर निगम ने अपने कन्धों पर ली है, तो इसके बाकी हिस्सों में निर्माण कार्य कराए जाने के लिए पुरातत्व विभाग पहल करेगा।
1 करोड़ 73 लाख रुपये खर्च होंगे
रघुनाथ राव महल में कराए जा रहे पार्क निर्माण में लगभग 1 करोड़ 73 लाख रुपए खर्च होगा। नगर निगम ने यहाँ 6 फरवरी से काम शुरू कराया था। निगम ने पार्क का निर्माण पूरा होने की सम्भावित तिथि 5 अगस्त दी है।