मौसम का मिजाज बदला, कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बारिश
जनपद में शनिवार को मौसम का मिजाज ऐसा बदला कि बूंदाबांदी तो कही बारिश हुई। दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिकों को माने तो पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई पड़ रहा है। आद्रता 60 फीसद व हवा नौ किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से रही।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद में शनिवार को मौसम का मिजाज ऐसा बदला कि कहीं बूंदाबांदी तो कहीं बारिश हुई। दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिकों को मानें तो यह पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई पड़ रहा है। आर्द्रता 60 फीसद व हवा नौ किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।
जिला मुख्यालय पर सुबह से ही आसमान में बादल छाये रहे, जिसके चलते करीब 10.30 बजे ही बूंदाबांदी शुरू हो गयी। जिससे गलन व ठंड का अहसास होने लगा। इससे लोग इसको कोरोना वायरस का असर बढ़ने का कयास लगाने लगे।
बरईपार क्षेत्र में कई बार बरसात से दलहन-तिलहन फसलों का नुकसान होने से परेशान अन्नदाता धूप निकलते ही किसान मौका पाकर फसलों को निबटाने में जोर-शोर से जुट गये थे। इस बीच शनिवार की सुबह फिर बूंदाबादी हुई। ऐसे में सरसों, चना, मटर आदि फसलों की मड़ाई का कार्य बाधित हो गया। किसान अखिलेश कुमार, रमेश चंद्र, सुले यादव, रामसूरत, हरि प्रसाद यादव ने बताया कि बरसात से काफी फसलों को नुकसान हुआ है। ज्यादातर फसलें खेत में काटकर रखी गई थीं वह भींग गयीं। केराकत में भी मौसम बदलने से तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। आसमान में बादलों का डेरा जमने लगा। साथ ही ठंडी हवाओं के झोंके ने क्षेत्र में बारिश के संकेत देना शुरू कर दिया था। बदलापुर कस्बे में महराजगंज रोड स्थित नहरी की पटरी ढ़ेमा मार्ग पर जल जमाव व गंदगी से लोगों का जीना दूभर हो गया। जिससे कस्बेवासियों में आक्रोश व्याप्त है। कस्बे के सत्यम सिंह, उमाशंकर पाल, पिटू सिंह, महेंद्र बिद बाबूराम यादव आदि ने इस मार्ग की हालत ठीक किये जाने की मांग की है। बोले मौसम वैज्ञानिक
कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा के मौसम वैज्ञानिक पंकज जायसवाल ने बताया कि एक दो दिन में हल्के व मध्यम वर्षा के आसार हैं। आज का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा। वर्षा 2.40 एमएम और हवा की गति उत्तरी पूर्वी दिशा की ओर नौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है। मौसम में परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है।