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शिक्षा में नवाचार एवं तकनीकी का प्रयोग आवश्यक

शिक्षक शिक्षा विभाग टीडी कॉलेज द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत शनिवार को हुई। बलरामपुर हाल में शुभारंभ बलरामपुर हाल में जगद्गुरु राम भद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकुट के कुलपति प्रो.योगेश चंद्र दूबे द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। इस दौरान बुद्धिजीवियों का जमावड़ा हुआ इसमें नई विधाओं के प्रति जागरूक किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 07:06 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 07:06 PM (IST)
शिक्षा में नवाचार एवं तकनीकी का प्रयोग आवश्यक
शिक्षा में नवाचार एवं तकनीकी का प्रयोग आवश्यक

जागरण संवाददाता, जौनपुर : शिक्षक शिक्षा विभाग टीडी कॉलेज द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत शनिवार को हुई। शुभारंभ बलरामपुर हाल में जगद्गुरु राम भद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति प्रो.योगेश चंद्र दूबे द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। इस दौरान बुद्धिजीवियों का जमावड़ा हुआ, इसमें नई विधाओं के प्रति जागरूक किया गया।

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मुख्य अतिथि प्रोफेसर योगेश चंद्र दूबे ने कहा कि शिक्षा के द्वारा ही सामाजिक परिवर्तन संभव है और सभी को नवाचार द्वारा नई नई विधाओं का प्रयोग करना चाहिए। कुलपति ने कहा कि वह जनपद जौनपुर का मूल निवासी होने एवं अपनों के बीच में भावों के व्यक्त करने पर हृदय आत्मविभोर हो जाता है। विशिष्ट अतिथि स्टेट इनफॉरमेशन कमिश्नर उत्तर प्रदेश सुभाष चंद्र सिंह ने कहा कि आज आवश्यकता है सभी को सूचना एवं तकनीकी के बारे में जानना चाहिए और अधिक से अधिक सूचना के साथ अद्यतन रहने की आवश्यकता है। उच्च शिक्षा आयोग उत्तर प्रदेश सदस्य प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी ने कहा कि जीवन में सभी के लिए यह आवश्यक है कि जो परिवर्तन हो रहे हैं उस पर ध्यान दें और उसे लागू करें। नए भाव, नए खोज के साथ कार्य करें। मुख्य वक्ता आशुतोष मोहन एसोसिएट प्रोफेसर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज बीएचयू वाराणसी ने रूस, अमेरिका, यूरोपियन देशों के अनुभवों से अवगत कराया। स्वागत विभागाध्यक्ष डा.समर बहादुर सिंह ने किया। आयोजन सचिव डा.सुधांशु सिन्हा ने संगोष्ठी से संबंधित विभिन्न तकनीकी पहलुओं, नवाचार आदि के बारे में बताया। संयोजक डा.अजय कुमार दूबे ने कहा कि विभिन्न तकनीकी सत्रों बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, झारखंड, राजस्थान से करीब 200 शोधार्थियों एवं शिक्षकों ने अपने शोधपत्रों को प्रस्तुत किया।

इस मौके पर डा.जयप्रकाश सिंह, डा.विनय कुमार सिंह, डा.रीता सिंह, डा.श्रद्धा सिंह, डा.गीता सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर डा.हरिओम त्रिपाठी, डा.अरविद सिंह, डा.गीता सिंह, सीमांत राय, वैभव सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता प्रबंधक अशोक कुमार सिंह व आभार प्राचार्य डा.विनोद कुमार सिंह ने व्यक्त किया।


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