समितियों से यूरिया गायब, बाजार में कालाबाजारी
साधन सहकारी समितियों से जरूरत के समय यूरिया गायब है। कमी बताकर प्राइवेट दुकानदार 320 से 350 रुपये में कालाबाजारी कर रहे हैं। महामारी काल में किसानों को पड़ रही इस मार से जिले के जिम्मेदार बेखबर हैं।
जौनपुर: साधन सहकारी समितियों से जरूरत के समय यूरिया गायब है। कमी बताकर प्राइवेट दुकानदार 320 से 350 रुपये में कालाबाजारी कर रहे हैं। महामारी काल में किसानों को पड़ रही इस मार से जिले के जिम्मेदार बेखबर हैं।
केंद्र व प्रदेश की सरकार अन्नदाताओं की आय बढ़ाने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। खाद व बीज की कमी न होने पाए और किसानों से अधिक मूल्य न लिया जाए इसे लेकर सख्त आदेश है। खरीफ की खेती खासकर धान की फसल में प्रयोग के लिए इस समय यूरिया की मांग काफी बढ़ गई है। जरूरत के समय जनपद के अमहित, भैरोभानपुर, गोनापार, रामनगर आदि साधन सहकारी समितियों पर दस दिन से यूरिया नहीं है। समितियों का चक्कर काटकर परेशान किसान बाजार की शरण में जाने को मजबूर हो रहे हैं। केराकत क्षेत्र के चरनाडीह के किसान रामजपित सिंह, सर्की के राजदेव राम, अमहित के सत्यदेव सिंह, सर्की के प्रेम प्रकाश यादव, तरियारी के राजाराम आदि किसानों का आरोप है कि 265 रुपये की यूरिया 320 से लेकर 350 रुपये में उन्हें दी जा रही है। इतना ही नहीं बोरी में वजन भी कम है। आरोप है कि उर्वरकों के आवंटन में जहां खेल किया जाता है वहीं कंपनियों के अधिकारी समितियों की बजाय प्राइवेट दुकानदारों को प्राथमिकता देते हैं। अधिकारी सब कुछ जानते हुए हस्तक्षेप नहीं करते। उत्तर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कैलाश नाथ सिंह समितियों पर अधिक से अधिक आवंटन और जल्द यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की है जिससे कि किसानों की समस्याओं का निदान हो गए। वर्जन
बकरीद व रक्षाबंधन को लेकर तीन-चार दिन से समस्या आ रही है। इलाहाबाद से इफको की एक रैक यूरिया आ रही है। जिसका समितियों को आवंटन कर दिया गया है। जल्द ही किल्लत खत्म हो जाएगी।
-अखिलेश प्रताप सिंह, एआर कोआपरेटिव।