डांट के डर से खंडहर में सो गईं थी दो नाबालिग बच्चियां
बक्शा थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव से गुरुवार को सामान खरीदने बाजार गईं अनुसचित जाति की दो नाबालिग बच्चियां लापता हो गईं। अपहरण की आशंका से परिजनों व पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तलाश के दौरान गांव में ही एक खंडहर नुमा घर में दोनों के सोते मिल जाने पर परिजनों और पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, नौपेड़वा (जौनपुर): बक्शा थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव से गुरुवार को सामान खरीदने बाजार गईं अनुसूचित जाति की दो नाबालिग बच्चियां लापता हो गईं। अपहरण की आशंका से परिजनों व पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तलाश के दौरान गांव में ही एक खंडहर नुमा घर में दोनों के सोते मिल जाने पर परिजनों और पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। बच्चियों को परिजनों को सिपुर्द कर दिया गया।
शुक्रवार की दोपहर बक्शा थाने में सीओ सदर सुशील कुमार सिंह ने बताया गुरुवार की रात करीब आठ बजे उक्त गांव के प्रेमराज ने यूपी-100 पर सूचना दी कि उसकी नौ वर्षीय बेटी काजल व मुन्नालाल की दस बरस की पुत्री नेहा बाजार में सामान खरीदने गई थीं। अभी तक वापस नहीं लौटी हैं। बच्चियों के अपहरण की आशंका से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए तलाश को टीम गठित कर दी। थानाध्यक्ष अरविद कुमार यादव और उनके सहयोगियों को खोजबीन के दौरान रात्रि करीब 11 बजे गांव के एक पुराने खंडहर नुमा घर में दोनों को सोते हुए पाया। तब परिजनों व पुलिस ने राहत की सांस ली। पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि बाजार में देर हो जाने के कारण मां के डांटने की डर से दोनों घर न जाकर खंडहर में छिपकर सो गई थीं। थाने में आए बच्चियों के माता-पिता को सीओ सदर ने बच्चों को डांटने-पीटने से बचने की नसीहत दी।