आज 13 केंद्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया जाएगा टीका
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में जनपद के 13 केंद्रों पर शुक्रवार को 2510 कोरोना योद्धाओं को वैक्सीन लगाई जाएगी। पूर्व संध्या पर गुरुवार को सीएमओ की अध्यक्षता में बैठक हुई। शेड्यूल के अनुसार दूसरे चक्र में तीन दिन तक चलने वाले अभियान में 7425 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: कोविड-19 टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में जनपद के 13 केंद्रों पर शुक्रवार को 2510 कोरोना योद्धाओं को वैक्सीन लगाई जाएगी। पूर्व संध्या पर गुरुवार को सीएमओ की अध्यक्षता में बैठक हुई। शेड्यूल के अनुसार दूसरे चक्र में तीन दिन तक चलने वाले अभियान में 7425 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए जिले में 14 केंद्रों पर टीकाकरण की तैयारी थी, लेकिन ऐन वक्त पर एक केंद्र को कम कर दिया गया।
सीएमओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि तैयारियां पूरी कर लीं गई हैं। केंद्रों पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा की भी व्यवस्था रहेगी। टीकाकरण सुबह नौ से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व के चार केंद्रों जिला पुरुष चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत और सीएचसी रामनगर के अलावा डोभी, मुफ्तीगंज, धर्मापुर, सिरकोनी, जलालपुर, रामपुर, मछलीशहर, सिकरारा में टीकाकरण होगा। इनमें धर्मापुर में 110 व बाकी केंद्रों पर 200-200 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। महराजगंज केंद्र पर टीकाकरण होना था लेकिन लक्ष्य पूरा होने के कारण 28 जनवरी को यहां टीका लगाया जाएगा। केंद्रों पर तैनात रहेंगे नोडल अधिकारी
टीकाकरण की देखरेख के लिए प्रत्येक केंद्र पर प्रशासन व पुलिस के एक-एक नोडल अधिकारी मौजूद रहेंगे। वहीं स्वास्थ्य विभाग एक नोडल अधिकारी को दो केंद्रों की जिम्मेदारी दिया है। सौ के टीकाकरण के लिए एक टीम
टीकाकरण के लिए कुल 25 टीमें बनाई गई हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाक्टर नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सिर्फ धर्मापुर केंद्र पर एक टीम बाकी केंद्रों पर दो-दो टीमें तैनात रहेंगी। सीएमओ ने किया केंद्र का निरीक्षण
जलालपुर : मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राकेश कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेहटी का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. मनोज सिंह ने बताया कि अस्पताल में घुसते ही सैनिटाइज कराकर पहचान पत्र की जांच होने के बाद अंदर प्रवेश दिया जाएगा।