तंबाकू उत्पाद गले के कैंसर की अहम वजह
जासं, जौनपुर: विश्व सिर एंव गला कैंसर दिवस की पूर्व संध्या पर भारत विकास परिषद के के तत्वाधान
जासं, जौनपुर: विश्व सिर एंव गला कैंसर दिवस की पूर्व संध्या पर भारत विकास परिषद के के तत्वाधान में गोष्ठी एंव नि:शुल्क मरीज परीक्षण का आयोजन गुरुवार को केयर डेंटल स्पेशियलिटी सेंटर,रूहट्टा पर किया गया।
मुख्य वक्ता दंत रोग विशेषज्ञ डा.गौरव प्रकाश मौर्य ने बताया कि विश्व में सिर एवं गले के कैंसर के रोगी सभी कैंसर रोगियों में 4.5 फीसद है, जबकि भारत में नेशनल कैंसर सर्वें के अनुसार 25-30 फीसद है। इसका मुख्य कारण तम्बाकू, धूम्रपान, खैनी, सुर्ती इत्यादि है। डा.तुलिका मौर्या ने बताया कि गले के कैंसर के प्रमुख लक्षण गले में खराश, कान का दर्द, घरघराहट, लगातार खांसी या खून वाली खांसी, गर्दन में सूजन, स्वर बैठना, आवाज में बदलाव, निगलने में परेशानी आदि है। इसके प्रमुख कारण धूम्रपान, अत्यधिक शराब की खपत, बिटामिन ए की कमी, तम्बाकू खैनी, सुर्ती, सुपारी इत्यादि का अत्यधिक सेवन, खराब दंत स्वच्छता एंव मानव पैपिलोमा वायरस संक्रमण है। इससे बचाव करने के उपाय तम्बाकू उत्पादकों के प्रयोग से बचे, धूम्रपान न करें, हरी सब्जी/ सलाद, स्वस्थ्य भोजन व व्यायाम करें। आपको इसमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरन्त चिकित्सक से परामर्श लें। इस मौके पर दर्जनों मरीजों का परीक्षण किया गया। कार्यक्रम के अन्त में संयोजक विक्रम कुमार गुप्त ने आभार व्यक्त किया।
गोष्ठी में प्रमुख रूप से डा.मुकेश शुक्ल, डा.बीरेन्द्र यादव, डा.शशांक श्रीवास्तव, डा.सौरभ रस्तोगी, डा.मिथिलेश मौर्या, डा.शिखा शुक्ला, अजीत विश्वकर्मा, कृष्णा मौर्य, प्रवीण यादव, अर्चना यादव, धीरेन्द्र कुमार दूबे, प्रमोद निषाद आदि उपस्थित रहे।