घरेलू हिसा की टीस ने रेनू को बनाया पीड़ितों का रहनुमा
जागरण संवाददाता जौनपुर मड़ियाहूं के सिकंदरपुर गांव निवासी रेनू गत 19 वर्ष से सामाजिक क
जागरण संवाददाता, जौनपुर : मड़ियाहूं के सिकंदरपुर गांव निवासी रेनू गत 19 वर्ष से सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। उन दिनों महिला ग्राम प्रधान गांव की समस्याओं को ब्लाक स्तर पर ले जाने में घबड़ाती थीं जिनके डर को तोड़ने में रेनू ने सराहनीय कार्य किया। महिला श्रमिकों को कार्य दिलाने के साथ ही मनरेगा के तहत जाब कार्ड बनवाने में यह पीछे नहीं हटीं। इसके लिए धरना व प्रदर्शन को भी हथियार बनाया। दस वर्षों तक भारतीय जनसेवा आश्रम के साथ रहने के बाद इन्होंने वर्ष 2011 में निर्भय ट्रस्ट बनाया और घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने में जुट गईं। ये पीड़िताओं को लेकर थाने तक पहुंचीं। उनके इस कार्य को अब लोग पहचानने लगे हैं। रेनू कहती हैं कि महिलाओं की सहायता के लिए बनाए गए तमाम कानूनों का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है। कहा कि शुरुआती दौर में मामले को दबाने का प्रयास किया जाता है। किसी भी स्तर पर शिकायत पहुंचने पर पीड़ित महिला पर ही साथ रहने के लिए दबाव बनाया जाता है जिसमें बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि महिला अपनी लड़ाई में कमजोर पड़ती है तो वह अपने आने वाली पीढ़ी को भी कमजोर बनाती है।