कताई मिल के उखड़ने लगे खिड़की-दरवाजे
निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर में कताई मिल की पुरानी बिल्डिग को तोड़ने का काम शुरू हो गया है। खिड़की-दरवाजे उखाड़ने के साथ ही टेंडर के बाद कंपनियों ने अपना काम शुरू कर दिया है। अब मिल के अस्तित्व समाप्ति के साथ ही भवन निर्माण में आने वाली बाधा भी खत्म हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर में कताई मिल की पुरानी बिल्डिग को तोड़ने का काम शुरू हो गया है। खिड़की-दरवाजे उखाड़ने के साथ ही टेंडर के बाद कंपनियों ने अपना काम शुरू कर दिया है। अब मिल के अस्तित्व समाप्ति के साथ ही भवन निर्माण में आने वाली बाधा भी खत्म हो जाएगी।
राजकीय मेडिकल कालेज का शिलान्यास 2015 में किया गया था। उन्होंने जनपदवासियों को यह सौगात दी थी। उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल मेडिकल कालेज के निर्माण की अनुमानित लागत 554 करोड़ रुपये तय की गई। जिसमें सरकार ने करीब लगभग सवा दो सौ करोड़ रुपया जारी भी कर दिया। तब से लेकर अब तक मेडिकल कालेज में विभिन्न बाधाओं के चलते काम बहुत ही धीमी गति से हुआ। कई बार श्रमिकों ने बकाया मजदूरी के लिए धरना-प्रदर्शन किया। निर्माण कंपनियों ने धन न मिलने का रोना रोया। कहा निर्माण सामग्रियां महंगी हो गई हैं। इसके बाद पुनरीक्षण के लिए लागत शासन को गई। रिविजन का काम भी लगभग हो गया है। इसके बाद बिल्डिग के निर्माण में कताई मिल की पुरानी बिल्डिग में बाधा बन रही थी। जिसे तोड़ने के लिए कई बार डीएम ने शासन स्तर पर लिखा-पढ़ी किया लेकिन इस काम में करीब दो साल लग गया। अब कताई मिल की पुरानी बिल्डिग के तोड़े जाने का काम शुरू हो गया है। पुरानी बिल्डिग एवं मशीनें हट जाने से मेडिकल कॉलेज के ओपीडी व अन्य भवनों के निर्माण में तेजी आएगी। साथ ही कताई मिल का अस्तित्व भी यहां से हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।