स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 30 से, रोग से छुटकारा के लिए दिलाया जाएगा संकल्प
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को एंटी लैप्रोसी-डे के रूप में मनाया जाता है। इसके तहत जनपद में 30 से 14 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जनपद के लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी जाएगी और रोग व उससे ग्रसित मरीजों के बारे में भ्रांतियों को दूर किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को एंटी लैप्रोसी-डे के रूप में मनाया जाता है। इसके तहत जनपद में 30 से 14 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जनपद के लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी जाएगी और रोग व उससे ग्रसित मरीजों के बारे में भ्रांतियों को दूर किया जाएगा। इसके साथ ही कुष्ठ रोग के सामाजिक कलंक को मिटाने का भी प्रयास किया जाएगा।
नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. प्रभात कुमार ने बताया कि 30 जनवरी को कुष्ठ रोग दिवस मानते हुए जनपदवासियों को कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए संकल्प दिलाया जाएगा। बताया कि जनपद में वर्ष 2021 से ही एक्टिग केस डिटेक्शन एंड रूटीन सर्विलांस अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के लिए 829 टीमें बनाई गई हैं। प्रत्येक टीम में एक आशा कार्यकर्ता व उसके साथ एक पुरुष सहयोगी हैं और इस तरह से 1658 लोग काम कर रहे हैं। यह टीमें घर-घर भ्रमण करती हैं।
इस दौरान सहयोगी पुरुषों व आशा कार्यकर्ता महिलाओं में देखते हैं कि किसी के चमड़ी में दाग के साथ शून्यता तो नहीं है, जिसमें ऐसा दिखता है उसे नजदीकी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजते हैं। जहां कुष्ठ रोग की पुष्टि होने के बाद मल्टी ड्रग ट्रीटमेंट (एमडीटी) दिया जाएगा। अभियान का उद्देश्य जल्द से जल्द कुष्ठ रोग की शुरुआत में ही उसकी पुष्टि कराकर मरीज को दवा खिलाने की शुरुआत कर देना है जिससे मरीज को विकलांगता से बचाया जा सके। बताया कि इस समय नए सिरे से टीम बनाने का प्रयास हो रहा है जिसमें लगभग 450 टीमें बनेगीं और 900 के लगभग लोग मरीजों को खोजने के अभियान में लगेंगे। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 से अब तक 83 कुष्ठ रोगियों का उपचार चल रहा है, जबकि इस दौरान 83 कुष्ठ रोगी उपचार कर ठीक भी किए जा चुके हैं।