पुरानी बाजार में 50 लाख में बनेगा नाला व इंटरलाकिग
नगर पंचायत के वार्ड नंबर सात पुरानी बाजार के लोगों के लिए खुशखबरी है। यहां के लोगों को अब जलजमाव से शीघ्र निजात मिलने वाली है। यहां नगर पंचायत द्वारा 50 लाख की लागत से नाला व इंटरलाकिग का कार्य कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर) : नगर पंचायत के वार्ड नंबर सात पुरानी बाजार के लोगों के लिए खुशखबरी है। यहां के लोगों को अब जलजमाव से शीघ्र निजात मिलने वाली है। यहां नगर पंचायत द्वारा 50 लाख की लागत से नाला व इंटरलाकिग का कार्य कराया जाएगा।
वाराणसी-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पुरानी बाजार की मुस्लिम बस्ती में जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बराबर लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क अथवा पटरियों पर बहता रहता है। इतना ही लोग अपने-अपने घरों के सामने छोटा-छोटा गढ्ढा बनाकर घरों से निकलने वाले गंदे पानी का संचय करते हैं। जिसके भर जाने के बाद पानी राजमार्ग पर फेंक देते हैं। गंदे पानी की दुर्गंध से भी राहगीरों सहित निवासियों को दो-चार होना पड़ता है। बारिश में तो बस्ती झील में तब्दील रहती है। लंबे समय से लोग इस समस्या से त्रस्त थे। इसे देखते हुए नगर पंचायत ने नाला व इंटरलाकिग कराए जाने का निर्णय लिया है। अधिशासी अधिकारी डाक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि बस्ती के दोनों तरफ 50 लाख की लागत से लगभग ढाई सौ मीटर नाले का निर्माण कराया जाएगा। नाले को ले जाकर बड़ी मस्जिद के पीछे स्थित तालाब से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद दोनों तरफ इंटरलाकिग कराकर बस्ती को सुंदर व स्वच्छ बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कार्य जनवरी माह में शुरु कर दिया जाएगा। मीटर रीडिग की खामियों को दूर करने में जुटा विभाग
जागरण संवाददाता, सिगरामऊ (जौनपुर): बिजली विभाग मीटर रीडिग में हुई गड़बड़ियों को कैंप लगाकर दुरुस्त करने में जुट गया है। इससे तमाम उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है।
मीटर रीडिग में बड़े पैमाने पर खेल किया जा रहा था। ऐसे कई उपभोक्ता जिन्होंने नियमित तौर पर भुगतान किया था, उन्हें भी बकाएदार दिखा दिया जा रहा था। बानगी के तौर पर बछुआर गांव के लालजी मिश्र पूरा बिल जमा कर चुके थे, बावजूद इसके मीटर रीडिग में तीन माह का बकाया दिखाते हुए 37 हजार रुपये की भारी भरकम बिल भेज दी गई थी। यही हाल तमाम उपभोक्ताओं का है। उपभोक्ताओं की इस समस्या को दैनिक जागरण ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से छापा था। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने पर जिम्मेदारों की नींद टूटी। अब विभाग कैंप लगाकर ऐसे उपभोक्ताओं की बिल की खामियों को दूर कर वास्तविक बकाया जमा करा रहा है।