सड़क पर तड़पता रहा बीमार, एंबुलेंस कर्मियों ने नहीं उठाया
शासन-प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य सेवाओं को भले ही दुरुस्त करने का दावा किया जा रहा हो लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। इसकी बानगी गुरुवार को नगर कोतवाली क्षेत्र के परमानतपुर मोहल्ले में दिखी।
जासं, जौनपुर : शासन-प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य सेवाओं को भले ही दुरुस्त करने का दावा किया जा रहा हो लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। इसकी बानगी गुरुवार को नगर कोतवाली क्षेत्र के परमानतपुर मोहल्ले में दिखी। जहां भटककर पहुंचे एक व्यक्ति बीमार होकर तड़पता रहा और सूचना पर पहुंचे एंबुलेंस कर्मियों ने उसे कोरोना संक्रमित बताकर उठाया तक नहीं।
काफी देर तक कंट्रोल रूम को फोन किया गया लेकिन वह भी काम न आया। स्वास्थ्य कर्मियों की अकर्मण्यता को देखते हुए पुलिस ने डंडा पकड़वाकर सहारे से उसे एंबुलेंस में चढ़वाया।
दोपहर में करीब तीन बजे 55 वर्षीय व्यक्ति पैदल मैहर देवी मंदिर के रास्ते से परमानतपुर मोहल्ले के मौर्या बस्ती में पहुंच गया। इस दौरान वह जमीन पर गिर गया, लोगों ने उसको देखकर उसका नाम व पता पूछा। बताया कि वह गुजरात से आ रहा है और उसकी तबीयत खराब है। ऐसे में मोहल्ले वालों ने उसको घर के बाहर खाना व पानी दिया। इसके बाद मोहल्लेवासियों ने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस कर्मियों पहुंचकर उसको उठाने से मना कर दिये, कहा कि यह कोरोनो पीड़ित होगा तो हम क्या करेंगे। ऐसे में वहां उपस्थित लोगों ने कई बार जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम में फोन किया लेकिन निदान नहीं हुआ। हालांकि वहां से दिए गए नंबरों पर सीएमएस डा.एके शर्मा से बात हुई और उन्होंने एंबुलेंस कर्मियों से पीड़ित को उठाकर जिला चिकित्सालय में लाकर उपचार कराने को कहा। इसके बावजूद कर्मियों ने उठाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि पीपी किट से लैस कर्मियों की दूसरी एंबुलेंस पीछे आ रही है वह ले जाएंगे। दो घंटे तक चली इस प्रक्रिया में थक हारकर सिपाहियों ने डंडा पकड़ाकर पीड़ित को वाहन पर चढ़ाकर जिला चिकित्सालय पहुंचवाया।