.. तो भारी-भरकम बजट से रेलवे की बदलेगी तस्वीर
आम बजट में रेलवे को 50 लाख करोड़ रुपये दिए जाने के प्रस्ताव के बाद यहां के लोगों में रेलवे की तस्वीर बदलने की उम्मीदें जग गई हैं। बजट के अभाव में लंबित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं स्टेशनों के सौंदर्यीकरण व रेल लाइनों के दोहरीकरण के साथ ही महानगरों के लिए सीधी रेल सेवा शुरू करने के लिए जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकेगी। ऐसा लोगों ने विश्वास जताया। प्रस्तावित बजट के साथ ही जगदीशपुर सिटी स्टेशन रेलवे क्रासिग नईगंज व मुंगराबादशाहपुर समेत कुल छह रेलवे क्रासिगों पर ओवरब्रिज बनाए जाने की संभावना भी जाग गई है। हालांकि सिटी रेलवे स्टेशन क्रासिग का कार्य तकरीबन 60 फीसद पूरा कर लिया गया है। ऐसे में अब इसके निर्माण में तेजी की संभावना जताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: आम बजट में रेलवे को 50 लाख करोड़ रुपये दिए जाने के प्रस्ताव के बाद यहां के लोगों में रेलवे की तस्वीर बदलने की उम्मीदें जग गई हैं। बजट के अभाव में लंबित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं, स्टेशनों के सौंदर्यीकरण व रेल लाइनों के दोहरीकरण के साथ ही महानगरों के लिए सीधी रेल सेवा शुरू करने के लिए जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकेगी। ऐसा लोगों ने विश्वास जताया।
प्रस्तावित बजट के साथ ही जगदीशपुर, सिटी स्टेशन रेलवे क्रासिग, नईगंज, व मुंगराबादशाहपुर समेत कुल छह रेलवे क्रासिगों पर ओवरब्रिज बनाए जाने की संभावना भी जाग गई है। हालांकि सिटी रेलवे स्टेशन क्रासिग का कार्य तकरीबन 60 फीसद पूरा कर लिया गया है। ऐसे में अब इसके निर्माण में तेजी की संभावना जताई जा रही है।
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इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मिलेगा बल सिगल विडो सिस्टम
जौनपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं के लिहाज से सिगल विडो सिस्टम किया जाना है। इसके तहत अब रिजर्वेशन व सामान्य टिकट लेने के लिए अलग-अलग काउंटर पर नहीं जाना पड़ेगा। सिस्टम को विस्तृत रूप देने के लिए प्रतीक्षालय व पुराने यूनियन कार्यालय को तोड़े जाने की भी तैयारी है। मुख्यालय की ओर से इसकी मंजूरी काफी पहले मिल चुकी थी, लेकिन निर्माण बजट के अभाव में लटका था।
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छह नंबर के रूप में मिल सकेगा नया प्लेटफार्म
जौनपुर जंक्शन नए प्लेटफार्म बनाने की योजना भी लंबे समय से धूल फांक रही थी। उत्तर रेलवे की ओर से आने वाली ट्रेनों के लिए महज एक प्लेटफार्म होने की वजह से ट्रेनों को औड़िहार समेत अन्य स्टेशनों पर रोकना पड़ता है, जिससे ट्रेनें अक्सर लेट होती हैं। निर्माण पर साढ़े तीन करोड़ रुपये का बजट तैयार किया था। साथ ही प्लेटफार्म संख्या चार को बढ़ाए जाने की योजना को भी बल मिलेगा।
.......... सिटी स्टेशन भी हो सकेगा अपग्रेट
बजट से सिटी रेलवे स्टेशन के दिन भी बहुरेंगे। स्टेशन को हाईटेक करने का प्रस्ताव बजट के अभाव में लंबे समय से धूल फांक रहा था। इस स्टेशन से श्रमजीवी व महामना जैसी वीआइपी ट्रेनों को चलाया तो जा रहा है, लेकिन स्टेशन का नवीनीकरण नहीं हो सका। सबसे अधिक परेशानी प्लेटफार्म संख्या तीन से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को होती है। प्लेटफार्म पर शेड लगाने का कार्य भी बजट के अभाव में प्रभावित हो रहा था, जिसकी दिक्कत आने वाले दिनों में दूर हो सकती है। यहां से तकरीबन दो हजार यात्री सफर करते हैं, जबकि यहां से 25 एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन होता है।
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इलेक्ट्रिक रूट पर हो सकेगा ट्रेनों का संचालन
जौनपुर-शाहगंज रूट पर इलेक्ट्रिक से एक्सप्रेस ट्रेनों को दौड़ाने के लिए जफराबाद से अकबरपुर से टांडा तक विद्युतीकरण का कार्य छह माह पहले पूर्ण कर लिया गया है। निरीक्षण में ट्रैक को मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त की ओर से हरी झंडी दी जा चुकी है, लेकिन दोहरीकरण कार्य नहीं होने की वजह से अभी महज मालगाड़ी को ही ट्रैक पर चलाया जा रहा है। 121 किलोमीटर की इस महत्वपूर्ण परियोजना पर अब जल्द ही विद्युत से ट्रेनों के संचालन की संभावना बढ़ गई है।