पूर्व सांसद धनंजय की तलाश में कई जगह छापेमारी
जौनपुर पूर्व प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह की
जागरण संवाददाता, जौनपुर : पूर्व प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में लखनऊ पुलिस टीम शनिवार को जनपद में धमक पड़ी। उनकी तलाश में स्थानीय पुलिस के साथ शहर व गांव के आवासों के अलावा करीबियों के घर भी छापेमारी की, लेकिन मायूसी होकर लौटना पड़ा। पूर्व सांसद की पत्नी श्रीकला रेड्डी के जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड नंबर 45 से उम्मीदवारी को नामांकन करने के तीन घंटे के भीतर ताबड़तोड़ दबिश को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
धनंजय के विरुद्ध गैर जमानती वारंट लेकर लखनऊ के विभूति खंड थाने के एसएसआइ अनिल कुमार सिंह, एसआइ द्वय अख्तर सईद उस्मानी, अमित कुमार वर्मा व हेड कांस्टेबलद्वय अनिल उपाध्याय व संदीप जायसवाल दोपहर जौनपुर पहुंचे। एएसपी (सिटी) डाक्टर संजय कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर तारावती यादव संग भारी फोर्स के साथ सबसे पहले उनके कालीकुत्ती स्थित आवास पर दबिश दी। करीब दस मिनट तक आवास की तलाशी ली। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश में जमैथा निवासी उनके करीबी आशुतोष सिंह के दीवानी कचहरी रोड स्थित आवास व जमैथा गांव में भी छापेमारी की। फिर एएसपी (ग्रामीण) त्रिभुवन सिंह के नेतृत्व में टीम धनंजय के गांव बनसफा पहुंची। वहां मिलीं उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी पूछने पर पति के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकीं। मालूम हो कि सूबे की राजधानी लखनऊ में गत छह जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुठभेड़ में मारे जा चुके अजीत सिंह हत्याकांड के शूटरों में एक कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरिधारी उर्फ डाक्टर के बयान के आधार पर लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया था। पुलिस को गच्चा देकर धनंजय सिंह ने दूसरे मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट प्रयागराज में सरेंडर कर दिया था। पहले उन्हें नैनी सेंट्रल जेल, फिर वहां से फतेहगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया था। गत 31 मार्च को एमपी-एमएलए कोर्ट से जमानत मंजूर हो जाने पर उन्हें रिहा कर दिया गया। इसे लेकर लखनऊ पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है।